रांची (RANCHI): राज्ये में भाजपा 2024 के चुनाव को लेकर मैदान में उतर चुकी है. राज्य भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी संकल्प यात्रा पर निकल रहे है. इस यात्रा के पूर्व प्रदेश कार्यालय में संकल्प यात्रा का स्टिकर जारी किया गया.सबसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी भाजपाई जो याद किया.
राज्य गठन में अटल जी की अहम भूमिका- बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आज का दिन झारखंड के लिए बेहद खास है. राज्य गठन में अटल जी की अहम भूमिका है.केंद्र में कांग्रेस की सरकार आजादी के बाद मिली थी.लेकिन कांग्रेस आदिवासी विरोधी है,यहां के आदिवासी नेता को कांग्रेस के आला कमान गोद में बैठा कर रखा.लेकिन जब भाजपा नेतृत्व की सरकार केंद्र में आई और झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिया.जब 1999 में सदन में अलग राज्य का प्रस्ताव पेश किया गया तब कुछ लोग राज्य गठन की बात कर रहे थे .इस दौरान फिर सरकार गिर गई और 2000 में जब सरकार आई तो छत्तीसगढ़ और झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिया.
23 साल के बाद भी झारखंड बदहाल- बाबूलाल मरांडी
आज 23 साल के बाद भी झारखंड बदहाल है.आज जिस के हाथ में सत्ता है ये लोग राज्य के लिए काम नहीं किया.सिर्फ कमाने और लूटने में लगे है.प्रधानमंत्री ने लाल किले से तीन बात बोली है जो भर्ष्टाचार, परिववाद को खत्म करना है.अगर झारखंड में देखे तो यहां हर क़दम में है.किसी थाना अंचल में चल जाये तो अधिकारी खुलेआम पैसे की मांग करते है.
इस सरकार के इनसब कारनामो को लेकर संकल्प लेने की जरूरत है.और इसी वजह से भोगना डीह से भाजपा की संकल्प यात्रा होगी.संथाल की धरती अंग्रेजों को भागने में काम किया.अब इस सरकार के खिलाफ भी बिगुल यहीं से बजना शुरू होगा.
आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बावजूद आदिवासियों को लूटने में लगे है.नाम बदल बदल कर आदिवासी को लूटना जारी है.ऐसे में राज्य में लूटेरों और भ्रष्टाचार ही मिलेगा.जब इनके भर्ष्टाचार पर ED ने जांच शुरू किया तो पत्र लिख कर खुद को आदिवासी बताते है.अगर कोई गड़बड़ी नहीं है तो सीधे ईडी जाकर बता क्यों नहीं दे देते.खुद के बचाव में बड़े बड़े वकील को पैसा देकर बचाने के लिए लाते है.
ये लोग पेशेवर लूटेरे है- बाबूलाल
बाबूलाल ने एक दस्तावेज दिया और कहा कि ये लोग पेशेवर लूटेरे है. 2000 में गड़बड़ी कर जमीन कब्जे में लिया. इस जमीन में हेमन्त सोरेन ने नाम हेमन्त कुमार सोरेन,बसंत कुमार सोरेन और स्व दुर्गा कुमार सोरेन बताया गया है.सभी के पिता का नाम शिव सोरेन लिखा गया है.यह जमीन किसी मुंडा से लिखवाया गया है. यह मुख्यमंत्री बर्खास्त होना चाहिए, जेल भेज देना चाहिए.
हमारी संकल्प यात्रा गरीब,दलित और आदिवासी के अधिकारी को बचाने के लिए है.इस राज्य में अब बहुत ज्यादा हो गया.अब पार्टी नहीं जनता को भी संकल्प दिलाना है कि इस सरकार को उखाड़ फेके.
रिपोर्ट: समीर