टीएनपी डेस्क (Tnp Desk):- सियासत की गर्माहट और उफान से हटकर झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी आस्था की राह पक़ड़ ली. मकर संक्रांति के मौके पर उनके अंदाजे बंया कुछ अलग हटकर दिखा. ऐसा दिखा कि सभी उनके मानों मुरीद बन गये. अभी लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है. लिहाजा, बाबूलाल अभी लगातार प्रचार-प्रसार में भिडे हुए. उनकी चुनौती झारखंड में भाजपा की 14 सीटों में एकबार फिर ज्यादा से ज्यादा सीटों पर कमल खिलाने की है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तो समय-समय पर मुखर अंदाज में बोलकर बाबूलाल उनके चेहरे पर शिकन तो ला ही देते है. इसके साथ ही बताते है कि कैसे भ्रष्टाचार की गंगा में डूबकी सोरेन परिवार लगा रहा है. संथाल परगना में तो लगातार उनका तल्ख अंदाज देखने को मिल रहा है.
बाबूलाल ने लगायी आस्था की डुबकी
फिलहाल, बाबूलाल संथाल दौरे पर भाजपा का वोटबैंक मजबूत करने की जुगत में हैं. ताकि संथाल में हर जगह कमल खिले. इसी कवायद में कभी मांदर बजाते हैं, तो कभी इस पर थिरकते नजर आते हैं.
मकर संक्रांति के मौके पर बाबूलाल का अंदाज कुछ अलग ही दिखा. उनके व्यक्तित्व का दूसरा रुप देखकर सभी को बेहद ही खुशी हुई. चूड़ा,दही औऱ तिलकुट के पर्व में बाबूलाल ने सुबह-सुबह ही गंगा नदी में डुबकी लगायी. इस आस्था की डुबकी के जरिए वो एक संदेश दे गए और जता दिया कि उनकी जड़े आस्था को लेकर कितनी गहरी है.
शिव मंदिर प्रांगण में लगाया झाड़ू
इतना ही नहीं, बाबूलाल शिव मंदिर में पूजा अर्चना तो किया ही. इसके साथ ही उन्होंने खुद झाड़ू से मंदिर की साफ-सफाई की . उनका फोटो देखकर सभी उनकी सादगी के कायल हो गये. वरिष्ठ भाजपा नेता ने साहिबगंज के ओझा टोली घाट पर गंगा में डुबकी लगाई और वहां स्थित शिव मंदिर में भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाया. उन्होंने पूजा कर पूरे प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना की. उनके साथ भाजपा के कई नेताओं ने भी गंगा में स्नान किया. महादेवगंज स्थित भाजपा जिलाध्यक्ष रामदरश यादव के आवास पर पहुंच कर दही-चूड़ा खाया. इस मौके पर राजमहल विधायक अनंत ओझा , वरिष्ठ भाजपा नेता गणेश तिवारी समेत कई लोग मौजूद थे. झारखंड भाजपा सुप्रीमो बाबूलाल दो दिन की साहबेगंज यात्रा पर हैं, इसके बाद दुमका वापस लौट जाएगे.
भाजपा के लिए संथाल और कोल्हाण बड़ी चुनौती
भाजपा के लिए कोल्हान और संथाल ही सबसे बड़ी चुनौती बनीं हुई है. क्योकि अगर देखे तो राजमहल संसदीय सीट पर जेएमएम ने जीत दर्ज की, वही चाईबासा में कांग्रेस की गीता कोड़ा ने विजयी हासिल किया था. इन दोनों जगह पर भाजपा पूरी ताकत लगाकर इंडिया गठबंधन से सीट छीनना चाहती है. इसी कवायद में बाबूलाल मरांडी लगातर संथाल में डेरा जमाए हुए हैं. इसी कवायद में मतदाताओं के बीच उनके नये-नये रंग देखने को मिल रहा हैं.