रांची(RANCHI )- झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 66 प्रत्याशियों की सूची शनिवार शाम जारी कर दी. सूची में पुराने चेहरे को जगह दी गई है. पार्टी ने भरोसा जताया है. ज्यादा रिस्क लेना उचित नहीं समझ गया. तीन लोगों का टिकट काटा गया. वैसे पूरी सूची का अवलोकन किया जाए तो बाबूलाल मरांडी का सिक्का खूब चला.
टिकट बंटवारे में किस प्रकार से समीकरण बनाया गया जानिए
पूरी सूची का विश्लेषण करने से यह पता चलता है कि पार्टी के जो पुराने वफादार चेहरे से उन पर भरोसा किया गया. रांची विधानसभा सीट से सीपी सिंह, हटिया से नवीन जायसवाल, कांके से जीतू चरण राम, खिजरी से रामकुमार पाहन को टिकट दिया गया. विश्रामपुर से रामचंद्र चंद्रवंशी डाल्टेनगंज से आलोक चौरसिया हजारीबाग से प्रदीप प्रसाद बाघमारा से सांसद ढोलू नाथ के भाई शत्रुघ्न महतो को प्रत्याशी बनाया गया. गुमला से सुदर्शन भगत, सिसई से अरुण उरांव, दुमका से सुनील सोरेन, मधुपुर से गंगा नारायण सिंह, जरमुंडी से देवेंद्र कुंवर, बेरमो से रविंद्र पांडे, गढ़वा से सत्येंद्र नाथ तिवारी को टिकट दिया गया. गांडेय से मुनिया देवी, जमुआ से डॉक्टर मंजू कुमारी को टिकट दिया गया है. बहरागोड़ा से दिनेशानंद गोस्वामी को प्रत्याशी बनाया गया है.पार्टी के विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि प्रत्याशी चयन में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का जलवा देखा गया.
कोल्हान में भी प्रमुख नेताओं का प्रभाव देखा गया
कोल्हान क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी ने सोच समझकर टिकट दिया है यहां पर अर्जुन मुंडा चंपई सोरेन और रघुवर दास का प्रभाव देखा गया. भले रघुवर दास आज सक्रिय राजनीति से दूर उड़ीसा के राज्यपाल हैं लेकिन उनका महत्व आज भी बरकरार है. उनकी बहू पूर्णिमा दास साहू को जमशेदपुर पूर्वी से प्रत्याशी बनाया गया है.पोटका से मीरा मुंडा को प्रत्याशी बनाया गया है. चंपाई सोरेन का भी प्रभाव कम नहीं रहा. इस प्रकार देखा जाए तो पूरी सूची में बाबूलाल मरांडी का निर्णय बहुत प्रभावी रहा.