धनबाद(DHANBAD) : बाबूलाल मरांडी जब पहली बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने तो वह दुमका से सांसद थे. 2001 में रामगढ़ से उपचुनाव जीतकर विधायक बने थे. उसके बाद 2005 के विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी के चंद्र प्रकाश चौधरी चुनाव जीते. लगातार 2014 तक वह रामगढ़ से विधायक रहे. चंद्र प्रकाश चौधरी 2019 में गिरिडीह लोकसभा से पहली बार लड़े और सांसद बने. लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी कांग्रेस के हाथों हार गई. रामगढ़ में 34 साल के बाद कांग्रेस विजई हुई थी. ममता देवी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीती थी लेकिन न्यायालय से एक मामले में सजा होने के बाद उनकी सदस्यता खत्म हो गई है और अभी वहां चुनाव का डंका बज रहा है.
27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे
27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे, फिलहाल रामगढ़ के चुनाव में कई की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. कांग्रेस के टिकट पर ममता देवी के पति बजरंग महतो चुनाव मैदान में है तो गिरिडीह सांसद की पत्नी सुनीता चौधरी एनडीए की उम्मीदवार है. 2019 में वह ममता देवी के हाथों हार गई थी. रामगढ़ सीट पर एक तरफ कांग्रेस सहित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिष्ठा दांव पर है तो उधर आजसू सहित बाबूलाल मरांडी और दीपक प्रकाश की प्रतिष्ठा भी फंसी हुई है. वैसे, झारखंड में यह पांचवा उपचुनाव होने जा रहा है. अब तक हुए 4 उपचुनाव में एनडीए को विजय श्री नहीं मिली है. देखना होगा कि इस बार सफलता मिलती है या हार का सामना करना पड़ता है. जानकार बताते हैं कि 1977 से लेकर 2000 तक किसी भी एक दल को यहां लगातार जीत नहीं मिली है.
2001 में हुए उपचुनाव में बाबू लाल मरांडी बने थे विधायक
राज्य के बंटवारे के बाद 2001 में हुए उपचुनाव में भाजपा को सीट मिली और बाबूलाल मरांडी विधायक बने. रामगढ़ चुनाव में जीत के लिए मुख्यमंत्री भी कमर कसे हुए हैं तो दूसरी तरफ से भी पूरा जोर लगाया गया है. मुख्यमंत्री लगातार सभाएं कर रहे हैं, रविवार को गोला में उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जनता की चुनी हुई सरकार को बदनाम और अस्थिर करने में जुटी हुई है. केंद्र के इशारे पर सीबीआई, ईडी राजनीतिक लाभ के लिए मुझे बदनाम कर सत्ता से बेदखल करने की साजिश रच रही है. उन्होंने कहा कि जब तक जनता का आशीर्वाद मेरे साथ है ,मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि पांचवें उपचुनाव में जीत के लिए सभी राजनीतिक दलों द्वारा ताल ठोके के जा रहे हैं और देखना दिलचस्प होगा कि झारखंड के पांचवे उपचुनाव में किसकी जीत होती है.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद