देवघर(DEOGHAR):आज श्रावण की अंतिम सोमवारी पर देवघर के बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी है. भीड़ का आलम ये है कि देर रात से ही जलार्पण के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगने लगी थी. श्रावण की चौथी और अंतिम सोमवारी के दिन और तिथि के दृष्टिकोण से विशेष महत्व बताया जा रहा है.
संतान प्राप्ति के लिए आज से प्रदोष व्रत की करें पूजा आरंभ
पवित्र सावन मास में सोमवारी का खास महत्व होता है. आज श्रावण मास शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के साथ-साथ प्रदोष और सोमवार एक साथ होने से आज का दिन श्रेष्ठ माना जाता है.बाबाधाम के वरिष्ठ पुरोहित पंडित दुर्लभ मिश्रा के अनुसार आज के दिन बाबा पर जलार्पण और विधि-विधान से पूजा करने से सभी दुर्लभ मनोकामना पुर्ण हो जाते है. आज प्रदोष व्रत शुरू करने का सबसे उत्तम दिन है।आज व्रत के माध्यम से निसंतान को संतान सुख की प्राप्ति होती है.संतान प्राप्ति के लिए पंचोपचार पूजन जैसे दूध,घी,दही,मधु, शक्कर, चीनी बेलपत्र ज्योर्तिलिंग या शिवलिंग पर चढ़ाने से दुर्लभ मनोकामना पूर्ति के साथ साथ संतान सुख प्राप्त होता है.
अंतिम सोमवारी पर प्रशासन की विशेष व्यवस्था
19 साल बाद ऐसा संयोग बना है कि मलमास की वजह से इस वर्ष सावन माह में 8 सोमवारी पड़ा है. सावन की अंतिम सोमवारी पर बाबानगरी में उमड़ रही भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है. मंदिर के अंदर दो क्विक रेस्पॉन्स टीम को लगाकर कतारबद्ध तरीके से सुलभ और सुरक्षित जलार्पण करवाया जा रहा है. देर रात से ही डीसी विशाल सागर और एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग मेला क्षेत्र की लगातार निगरानी कर रहे हैं. डीसी ने बताया कि सभी के सहयोग से अभी तक राजकीय श्रावणी मेला का सफलतापूर्वक संचालन हो रहा है, आनेवाले बाकी बचे दिनों में भी इसी तरह की व्यवस्था के बीच जलार्पण सुनिश्चित कराया जाएगा ताकि देवतुल्य श्रद्धालु एक सुखद अनुभव लेकर बाबानगरी से अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर सके.
बोलबम के नारों से गूंजमान हुई बाबानगरी
वहीं एसपी ने बताया कि सुरक्षित और सुलभ जलार्पण करवाना पुलिस के लिए चुनौती थी लेकिन सहयोगियों की सहायता से सभी श्रद्धालु का सुरक्षित जलार्पण अभी तक हुआ है और आगे भी होता रहेगा.आज सुबह 03 बजकर 57 मिनट से जलार्पण शुरू होते ही बाबानगरी देवघर में बोलबम का नारा लगातार गूंज रहा है.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा