रांची(RANCHI): 26 जुलाई से विधानसभा मानसून सत्र की शुरुआत हो चुकी है. इस दिन शोक प्रकाश के बाद सदन को सोमवार 11:00 बजे तक स्थगित कर दिया गया. वहीं मानसून सत्र के दौरान आंदोलनकारी विधानसभा घेराव करने की तैयारी में है. जो विपक्ष के लिए एक बड़ा मुद्दा होगा. दरअसल सहायक पुलिसकर्मियों की बात करें या फिर सहायक शिक्षक और पंचायत स्वयंसेवकों की तो यह पिछले कई सालों से सरकार के झूठे वादें से जूझ रहे है. सरकार की ओर से हर बार आश्वासन दिया जाता है की मांगों पर विचार कर जल्द मांगे पूरी होगी. लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई रिजल्ट निकल कर सामने नहीं आया. जिसे देखते हुए इस मानसून सत्र में आंदोलनकारी की ओर से विधानसभा घेराव करने के रणनीति तय की जा रही है.
सहायक पुलिसकर्मी
2 जुलाई से मोरहाबादी में बैठे सहायक पुलिस कर्मियों सर्किट हाउस में बैठक के बावजूद भी इन्होंने अपना आंदोलन खत्म नही किया. अब यह विधानसभा घेराव करने की रणनीति बना रहें है. बता दे कि भाजपा की सरकार में सहायक पुलिस कर्मियों की बहाली की गई थी, इस दौरान इन्हें आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही जिला पुलिस के तर्ज पर इन्हें सम्मान और वेतन दिया जाएगा, लेकिन आज 7 साल हो चुके हैं उनकी आवाज सुनने वाला कोई नहीं. दरअसल पिछले दिनों मुख्यमंत्री आवास घेराव के दौरान इन पर लाठी चार्ज भी की गई थी. लेकिन यह, इसी तरह धरने में डटे रह गए और अब विधानसभा का घेराव करेंगे.
सहायक शिक्षक
बता दें कि पिछले कई सालों से आंदोलन कर रहे सहायक शिक्षकों की मांग वेतनमान है. कई बार इनके ओर से राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना और विधानसभा का घेराव किया, इन पर प्रशासन की लाठी भी बरसी. लेकिन सरकार के कान में जू तक नहीं गई. सरकार की ओर से हर बार झूठा आश्वासन दिया गया लेकिन वेतन में बढ़ोतरी नही हुई. वहीं बीते दिन इनकी ओर से मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जा रहा था, लेकिन इनपर लाठी चार्ज और आंसू के गोले छोड़े गए थे. इस बीच इन्होनें शिक्षा मंत्री से भी वार्ता किया था जहां इन्हें आश्वासन दिया गया. वहीं अब इनके ओर से भी मानसून सत्र में विधानसभा घेराव करने की रणनीति बनाई जा रही है.
पंचायत स्वयंसेवक
पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक की ओर से पिछले दिनों अनिश्चितकालीन धरना दिया गया था, हालांकि उनकी मांगों पर 12 मार्च को कैबिनेट की ओर से घोषणा की गई थी, लेकिन वह अभी तक लागू नहीं हुआ. इस संबंध में पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक की ओर से विधानसभा घेराव करने की घोषणा की गई हैं. इस विषय में उन्होंने कहा कि सभी लोग विधानसभा के मैदान में जुट कर पैदल मार्च निकालेंगे और विधानसभा का घेराव करेंगे. 29 जुलाई से 2 अगस्त तक विधानसभा का घेराव किया जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि पिछले बार 253 दिन आंदोलन करने के बाद सरकार की ओर से 22 मार्च को घोषणा की गई पर अभी तक उसे जमीनी स्तर पर लागू नहीं किया. जिस कारण पंचायत स्वयंसेवक काफी आक्रोश और अपनी मांगों को लागू करवाने के लिए विधानसभा घेराव करेंगे.
प्रशासन अलर्ट
हालांकि आंदोलनकारी की आंदोलन को देखते हुए रांची प्रशासन भी काफी अलर्ट है. विधानसभा के चारों ओर बैरिकेडिंग और 1000 फोर्स की तैनाती की गई है. वहीं एसएसपी चंदन सिंहा की ओर से सभी जवानों को निर्देश दिया गया है की सुरक्षा को लेकर कोई चूक नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी को देखते हुए इस बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.