रांची(RANCHI): 2 जुलाई से मोरहाबादी मैदान में आंदोलन कर रहे सहायक पुलिसकर्मी शुक्रवार को सीएम आवास घेराव करने के लिए निकल पड़े थे. इस बीच उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ते हुए अपने मकसद को सफल करते हुए सीएम आवास का घेराव कर लिया था और इस दौरान पुलिस बल ने सहायक पुलिस कर्मियों पर लाठी चार्ज कर दिया. जिसके बाद तकरीबन 100 के आस-पास सहायक पुलिसकर्मी घायल हो गए. इस लाठी चार्ज में किसी को सर में चोट आई तो, किसी को पैर में. बताया जा रहा है कि कुछ पुलिस कर्मियों की हालत गंभीर है.जिनका इलाज रिम्स अस्पताल में किया जा रहा है. वहीं घायलों से मिलने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पहुंचे. जहां उन्होंने सभी का हाल-चाल लिया और डॉक्टर को निर्देश दिया कि सभी का इलाज बेहतर तरीके से किया जाए.
साथ काम करने वाले पुलिसकर्मी आपस में ही भिड़ गए: हिमंत बिस्वा सरमा
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अपना वादा पूरा करना चाहिए और सहायक पुलिस कर्मियों की जितनी भी मांग है उन पर विचार कर उनकी मांगों को पूरा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि झारखंड में अब ऐसी स्थिति हो गई है कि एक साथ काम करने वाले पुलिसकर्मी आपस में ही भिड़ गए हैं. वह एक दूसरे पर लाठी बरसा रहे है, यह किसी भी राज्य की पुलिस के लिए सही नहीं हैं.
सहायक पुलिसकर्मियों की स्थिति खराब
उन्होंने कहा कि सहायक पुलिसकर्मी की हालत काफी खराब है उन्हें ना तो, बैलेट पेपर से वोट देने का अधिकार है और ना ही मृत्यु के बाद किसी तरह की सुविधा दी जा रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस मामले पर बैठकर उनकी परेशानियों का समाधान निकालना चाहिए ना कि उन पर लाठी चलानी चाहिए.