धनबाद(DHANBAD) : क्या आप भी सड़क के किनारे बिकने वाले सब स्टैंडर्ड हेलमेट पहनते हैं, तो हो जाइए सावधान! आप पर₹1000 तक का जुर्माना लग सकता है. साथ ही बेचने वाले भी कार्रवाई की जद में आ सकते है. जानकारी निकल कर आई है कि सरकार ने सड़क पर होने वाली मौतों को कम करने के लिए घटिया हेलमेट बेचने वालों के खिलाफ देशव्यापी कार्रवाई की योजना तैयार की है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने देश भर के जिला अधिकारियों को आईएसआई चिन्ह के बिना हेलमेट बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है. मंत्रालय ने सभी राज्यों को भी पत्र भेजा है. पत्र में जिले में गुणवत्ता नियंत्रण आदेश और कानून को लागू कराने पर जोर दिया गया है.
पुलिस से बचने के लिए लोग करते है उपयोग
पत्र में कहा गया है कि जानकारी मिल रही है कि आईएसआई निशान के बिना खराब गुणवत्ता वाले हेलमेट सड़क के किनारे बेचे जा रहे है. पुलिस से बचने के लिए लोग इसकी खरीदारी भी कर रहे हैं और उपयोग भी कर रहे है. इस वजह से सड़क दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान चली जाती है. हेलमेट में नकली आईएसआई मार्क का भी उपयोग किया जा रहा है. यहां बता दें कि जून 2021 से गैर आईएसआई मार्का वाले हेलमेट की मैन्युफैक्चरिंग और बिक्री को सरकार ने गैर कानूनी करार दिया है. इसके लिए सरकार ने सजा और जुर्माने का प्रावधान किया है. इसके साथ ही ऐसे सब स्टैंडर्ड हेलमेट पहनने वाले दोपहिया वाहन चालकों के लिए ₹1000 के जुर्माना का भी प्रावधान किया गया है.
50 फ़ीसदी हेलमेट होते है सब स्टैंडर्ड
लोग तो यह भी बताते हैं कि वर्तमान में उपयोग में आने वाले लगभग 50 फ़ीसदी हेलमेट सब स्टैंडर्ड होते है. सस्ता होने और पुलिस से बचने के लिए अधिकतर दुपहिया वाहन चालक इनका उपयोग करते है. देश में सड़क हादसों में होने वाली मौतों का प्रमुख कारण सिर पर लगी चोट भी होती है. इसमें कोई अतियोक्ति नहीं है कि हादसे के दौरान मौतों को रोकने और जीवन बचाने के लिए हेलमेट का उपयोग रक्षात्मक उपाय है. उच्च गुणवत्ता वाले हेलमेट मौत के जोखिम को 6 गुना से अधिक कम कर सकते है. कोयलांचल की बात की जाए, तो सड़क के किनारे यहां भी सब स्टैंडर्ड हेलमेट बिकते है. लोग इसका उपयोग भी करते है. हाल के दिनों में धनबाद ट्रैफिक पुलिस रेस हुई है और चेकिंग की रफ्तार बढ़ा दी गई है. ऐसे में सब स्टैंडर्ड हेलमेट की खपत भी बढ़ गई है. एक आंकड़े के मुताबिक धनबाद में प्रतिदिन विभिन्न आरोपों में डेढ़ से दो लाख रुपयों का चालान कट रहा है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो