बिहार(BIHAR): बिहार में खाद्य निगम गोदाम द्वारा मनमानी करने का मामला तेजी से सामने आया है. वहीं एक ऐसा ही मामला कटिहार जिले के खाद्य निगम गोदाम से आया है जहां आजमनगर एफसीआई गोदाम की ओर से डीलरों को भीगा चावल आपूर्ति की जा रही हैं. दरअसल इस मामले का खुलासा शुक्रवार को हुआ.
भींगा हुआ चावल लेने से लोगों ने जताई आपत्ति.
बता दे कि डीलरों की ओर से भीगा चावल की आपूर्ति किए जाने पर स्थानीय लोगों ने इस पर आपत्ति जताई जिसके बाद सभी अनाजों की तत्काल आपूर्ति किये जाने पर रोक लगा कर कहा गया कि भीगा हुआ चावल किसी कीमत पर आपूर्ति नहीं की जाएगी.वहीं इस मामले का खुलासा शुक्रवार को तब हुआ जब कटिहार खाद्य निगम के गोदाम से आजमनगर एफसीआई गोदाम को ट्रक में ट्रांसपोर्टर द्वारा अनाज की आपूर्ति की गई थी. इसी ट्रांसपोर्टर के जरिए डोर-स्टेप डिलीवरी के ट्रैक्टर में भीगा हुआ खाद्यान्न लोड कर डोर-स्टेप डिलीवरी के माध्यम से प्रखंड क्षेत्र के डीलरों को आपूर्ति की जा रही थी. लेकिन ग्रामीणों ने जब इसकी शिकायत की तो सहायक गोदाम प्रबंधक निक्की कुमारी ने भीगा हुआ चावल के बोरो को लोड करने से रोक लगाने की बात कहने लगी.
गोदाम से दिया जा रहा खराब अनाज
बताया गया कि सभी ट्रक में अधिकांश बोरी भीगी हुई है. लेकिन यह सवाल उठाए जा रहे है कि क्या भीगा हुआ ही अनाज खाद्य निगम कटिहार के गोदाम में लोड कर दिया गया था? या वहां से आजमनगर गोदाम पहुंचने के बाद भींग गया क्या समय रहते आजमनगर में ट्रक को खाली नहीं किया जा सका जिसके चलते भारी बारिश में चावल भींग गया.
हम गरीबों के साथ ही क्यों
वहीं भींगा चावल मिलने पर लोगों का कहना है कि यह भ्रष्टाचार का नतीजा है कि सड़ा हुआ चावल हमें आपूर्ति किया जा रही है. उन्होंने कहा कि आखिर गरीबों के ही साथ ऐसा क्यों किया जाता है यदि यह चावल खा कर कोई बीमार पड़ जाए तो इसकी जिम्मेवारी कौन लेता.
जिला प्रशासन करेगी जांच
वहीं इस मामले पर सहायक गोदाम प्रबंधक का कहना है कि भीगा हुआ चावलआपूर्ति पर रोक लगा दी गई है, यह चावल डीलरों को आपूर्ति नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि जितनी चावल की बोरी ट्रैक्टर में लोड हुई थी उसे खाली करने का आदेश दे दिया गया है. वहीं उन्होंने इस पर जांच करने की भी बाते कही हैं कि जिला प्रशासन इस पर जांच करेगी की चावल कैसे भींगा और इस पर किसकी लापरवाही है.