धनबाद(DHANBAD): धनबाद के लोग सेव अधिक खाते हैं या धनबाद से सेव का कारोबार अधिक होता है.ऑन लाइन प्लेटफार्म से धनबाद में हाल फिलहाल में सवा करोड़ से अधिक के सेव मंगाए गए हैं. फिलहाल धनबाद में पिछले एक-दो दिन से सेव की किल्लत है. बताया जाता है कि सेव लेकर चले ट्रक धनबाद की मंडी में नहीं पहुंचे हैं. इस वजह से यह किल्लत हुई है ,लेकिन 24 से 36 घंटे के भीतर सब कुछ सामान्य हो जाएगा. इस बार धनबाद मंडी में सेव खरीद और बिक्री का रिकॉर्ड बन गया है.
जम्मू कश्मीर से लगभग सवा करोड़ से अधिक मूल्य के सेव मंगवाए
ई नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट प्लेटफार्म का उपयोग कर धनबाद में जम्मू कश्मीर से पूरे देश में सबसे अधिक सेव आया है. इस प्लेटफार्म का लाभ उठाकर व्यापारी बिचौलियों के बगैर सीधे देश के किसानों से उत्पाद खरीद रहे हैं. एक आंकड़े के मुताबिक इस प्लेटफार्म का उपयोग कर धनबाद की मंडी ने जम्मू कश्मीर से लगभग सवा करोड़ से अधिक मूल्य के सेव मंगवाए हैं और उसकी बिक्री की है. व्यापारियों ने किसानों को भुगतान के लिए ई नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट का उपयोग किया है. यह एक ऑनलाइन कमर्शियल प्लेटफॉर्म है ,जिसका मकसद किसानों और व्यापारियों को एक मंच के माध्यम से ऑनलाइन खरीदारी की सुविधाएं उपलब्ध करवाना है. इसमें कोई भी बिचौलिया नहीं होता. खैर, आंकड़े पर भरोसा करें तो कह सकते है कि धनबाद के लोग सेव अधिक पसंद करते हैं अन्यथा इतनी खरीद बिक्री नहीं होती.
सेव की खरीदारी कर धनबाद ने बनाया रिकॉर्ड
धनबाद की मंडी से सेव गिरिडीह, बोकारो, जामताड़ा, देवघर, दुमका सहित कई जिलों में आपूर्ति की जाती है. धनबाद में फलों की मंडी बरवाअड्डा कृषि बाजार में है. यहां फलों के साथ-साथ अनाज की भी मंडी है. पहले यह बाजार झरिया में हुआ करता था लेकिन इसे सालों पहले कृषि बाजार समिति, बरवाअड्डा में शिफ्ट कर दिया गया है. बरवाअड्डा मंडी से केवल फल ही नहीं बल्कि अनाज भी दूसरे जिलों में भेजा जाता है . सेव की खरीदारी कर धनबाद ने एक रिकॉर्ड तो बना ही लिया है,साथ ही यह भी साबित करता है कि प्रदूषण की चपेट में रह रही धनबाद कोयलांचल की आबादी का रुझान सेव के प्रति अधिक है. इससे एक बार फिर साबित हो गया है. धनबाद में सड़क के किनारे सेव की अस्थाई दुकानें आपको बहुतायत की संख्या में दिख जाएंगी. खरीदार भी वहां पहुंचते हैं .हाट बाजारों में कई स्थाई दुकानें भी होती हैं.आंकड़े और शराब की दुकानों के सामने के दृश्य यह भी बताते हैं कि यहा के लोग शराब भी अधिक पीते है.
रपोर्ट: धनबाद ब्यूरो