दुमका(DUMKA): दुमका के टीन बाजार चौक पर राजद कार्यकर्ताओं ने झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का पुतला दहन किया. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के द्वारा झारखंड विधानसभा से पारित ओबीसी आरक्षण विधेयक को लौटाए जाने से राजद कार्यकर्ता काफी आक्रोशित हैं. जिसके कारण जिला अध्यक्ष प्रमोद पंडित के नेतृत्व में झारखंड के राज्यपाल का पुतला दहन किया गया.
भाजपा की दोहरी चाल
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल, भाजपा और आरएसएस के विरोध में नारेबाजी की. जिला अध्यक्ष प्रमोद पंडित ने कहा कि झारखंड में ओबीसी को 14 प्रतिशत एवं दुमका जिला में आरक्षण शून्य है. इसे 27 प्रतिशत करने का विधेयक सदन से पारित कर राज्यपाल को भेजा गया, लेकिन राज्यपाल ने विधेयक लौटा दिया. राजद का आरोप है कि यहां पर भी भाजपा ने दोहरी चाल चल दी.
अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष बाबूराम हांसदा ने कहा कि 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति का विधेयक सदन से पारित कर राजभवन को भेजा गया था. उसे भी राज्यपाल ने वापस कर दिया. जबकि सरकार ने इसे केंद्र को भेजकर 9 वीं अनुसूची में शामिल करने की माँग की थी.
नगर अध्यक्ष कंचन यादव ने कहा कि नियोजन नीति हेमंत सरकार ने बनायी थी. उसे भी भाजपा ने कोर्ट में चैलेंज कर दिया. कोर्ट ने उसे भी असंवैधानिक करार दे दिया. अनुमंडल अध्यक्ष जितेश कुमार दास ने कहा कि, इन सभी प्रकरणों से स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी कहती कुछ और करती कुछ और है. भाजपा बिल्कुल एससी, एसटी, ओबीसी विरोधी पार्टी है.
पुतला दहन कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष बाबूराम हसदा, अनुमंडल अध्यक्ष जितेश कुमार दास, दुमका नगर अध्यक्ष कंचन यादव, पंकज यादव, संतोष मंडल, अनिल पंडित, डोलाट, मानिक पंडित, पीटर सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे.
रिपोर्ट. पंचम झा