रांची(RANCHI):चम्पाई सोरेन सरकार फिर से एक बार संकट में फसती दिख रही है.मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही नाराज हुए कांग्रेसी विधायकों की नाराजगी तीसरे दिन भी दूर नहीं हुई है.सभी आठ विधायक दिल्ली के एक रिसोर्ट में अपना डेरा जमा कर बैठे हुए है.रूठे हुए विधायकों को मानाने प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर पहुंचे. घण्टों सभी विधायक के साथ चर्चा की.एक एक कर भी विधायकों से बात की लेकिन कोई हल नहीं निकल सका.इससे पहले भी रांची में सभी विधायक के साथ प्रभारी ने बैठक की थी.
दरअसल चम्पाई सोरेन सरकार में कैबिनेट का विस्तार हुआ.आलाकमान ने करीब सभी पुराने चेहरे पर ही भरोसा दिखाया है.सिर्फ JMM से जोबा मांझी को ड्राप किया गया.बसन्त सोरेन और दीपक बिरुवा को जगह दी गई.लेकिन कांग्रेस में कोई भी बदलाव नहीं दिखा. बस इसी से कांग्रेस के विधायक नाराज हो गए है.कांग्रेस कोटे से दोबारा मंत्री पद की सपथ लेने वाले मंत्रियों से विधायकों में नाराजगी है.
नाराज विधायकों की मांग है कि सभी चार मंत्रियों को हटा कर नए लोगों को जगह दी जाए.सभी मंत्रियों पर कांग्रेस के विधायकों ने सही तरीके से काम नहीं करने का आरोप लगाया है.विधायकों का कहना है कि मंत्री पार्टी बनाती है लेकिन अपने ही विधायकों का फोन नहीं उठाते है.जनता के काम में कोताही बरतते है.अगर मंत्रियों को नहीं हटाया गया तो बजट सत्र में हिस्सा नहीं लेंगे.
फिलहाल दिल्ली में आठ विधायक है,लेकिन इस नाराजगी में शिल्पी नेहा तिर्की,पूर्णिमा नीरज सिंह,रामचंद्र सहिस और नमन विक्सल कोंगड़ी भी है.विधायक जब रांची से दिल्ली जा रहे थे तो साफ कहा कि अगर बात नहीं मानी गई तो बजट सत्र में हिस्सा नहीं लेंगे.ऐसे में जब बजट सत्र में बजट पास होगा तो सरकार के पास संख्या बल नहीं होगा.