रांची (RANCHI) : झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार के बाद पार्टी के अंदर हलचल है. परिणाम आने से पहले जिस प्रकार से पार के ऊपर-ऊपर सब कुछ अच्छा-अच्छा दिख रहा था, लेकिन रिजल्ट आने के बाद धीरे-धीरे सारी चीजें अब बाहर आ रही हैं. हार की समीक्षा के लिए पार्टी ने बैठक बुलाई है. 30 नवंबर को रांची के प्रदेश कार्यालय में ताबड़तोड़ बैठकें होंगी. बैठक में कई महत्वपूर्ण विषय उभर सकते हैं. किन कारणों से पार्टी की इतनी बुरी हार हुई, उस पर मंथन होगा. राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष इस बैठक में प्रमुख रूप से शामिल होंगे.
बैठकों में क्या-क्या हो सकता है
हार पर समीक्षा बैठक को अलग-अलग तरह से निर्धारित किया गया है. कुल चार तरह की बैठकें निर्धारित की गई हैं. जिला अध्यक्ष जिला प्रभारी के साथ अलग बैठक होगी. पार्टी पदाधिकारी के साथ अलग बैठक होगी. प्रत्याशियों के साथ भी अलग बैठक निर्धारित की गई है. जो जीते हैं उन्हें भी बुलाया गया है और जो हारे हैं, उन्हें भी बैठक में रहने को कहा गया है.
बैठक में दिख सकता है कार्यकर्ताओं का गुस्सा
हार की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में कारणों की पड़ताल की जाएगी. जिन्हें जिन्हें दायित्व दिया गया था, उन्होंने किस प्रकार से काम किया है. कहां लापरवाही बरती गई, इन तमाम चीजों की पड़ताल होगी. संगठन के स्तर पर समन्वय का अभाव, निचले स्तर पर संगठन के क्रियाशील नहीं होने संबंधी बातें सामने आ सकती हैं. इसके बाद दिल्ली में समीक्षा बैठक होगी. 3 दिसंबर को केंद्रीय नेताओं के साथ झारखंड में विधानसभा चुनाव में भाजपा की शर्मनाक हार की समीक्षा की जाएगी. रांची की बैठक में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष शामिल होंगे. प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह के अलावा अन्य महत्वपूर्ण पदाधिकारी भी बैठक में हिस्सा लेने वाले हैं. बैठक में कार्यकर्ताओं का गुस्सा देखने को मिल सकता है.