धनबाद(DHANBAD): झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह का पूर्व चालक अजय रवानी हिरासत में लिए जाने और जेल जाने तक जो खुलासे किए हैं, उन्हें लेकर धनबाद से लेकर रांची तक हंगामा है. सोमवार को विधानसभा में विधायक उमाशंकर अकेला ने झरिया विधायक की सुरक्षा की ओर सरकार का ध्यान खींचा और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की. इधर, हजारीबाग सेंट्रल जेल में बंद शूटर अमन सिंह को दूसरे जेल में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है. सूत्रों पर भरोसा करें तो हजारीबाग जेल से वह गैंग चला रहा है. इसके पहले वह दुमका जेल में था. उस समय उसकी गतिविधियां थम गई थी .लेकिन दबाव बनाने के लिए उसने संत्री पर फायरिंग करा दी. इस मामले में धनबाद में पकड़ाए दो अपराधियों ने स्वीकार किया था कि फायरिंग में उन लोगों का हाथ है और अमन सिंह के कहने पर ही फायरिंग की थी. उसके बाद उसे हजारीबाग जेल शिफ्ट कर दिया गया. लेकिन हजारीबाग जेल से उसकी गतिविधियां और बढ़ गई है. इसका खुलासा अजय रवानी और इसके पहले जेल गए सागर नोनिया ने पुलिस के समक्ष किया था. उन लोगों ने बताया था कि अमन सिंह जेल में धड़ल्ले से मोबाइल का प्रयोग कर रहा है. और वह जेल से ही रंगदारी के लिए लोगों पर हमला करा रहा है. धनबाद जेल में भी अपने गुर्गों से संपर्क में है.
क्राइम कंट्रोल एक्ट के तहत प्रिंस खान के गुर्गों के खिलाफ कार्रवाई
रविवार को ही पुलिस ने झरिया विधायक के पूर्व चालक और मौसेरे देवर हर्ष सिंह की गाड़ी चलाने वाले अजय रवानी को जेल भेजा था. इसके पहले सागर नोनिया को पुलिस जेल भेज चुकी है. अमन सिंह और प्रिंस खान के गुर्गों ने धनबाद पुलिस के नाक में दम कर दिया है. पुलिस डाल डाल तो गैंग चलाने वाले पात पात चल रहे हैं. पुलिस के किसी भी एक्शन को वह मोड़ दे रहे हैं. धनबाद से दूर बैठे गैंग संचालक पल-पल की जानकारी ले रहे हैं और रियेक्ट भी कर रहे हैं. वैसे धनबाद पुलिस अमन सिंह और प्रिंस खान के गुर्गों के खिलाफ क्राइम कंट्रोल एक्ट के तहत कार्रवाई करने की तैयारी में है. दोनों गैंग से जुड़े लोगों की सूची बनाई जा रही है. दो या दो से अधिक मामलों में जेल में बंद अमन सिंह और प्रिंस खान के गुर्गो के खिलाफ पुलिस क्राइम कंट्रोल एक्ट की सिफारिश करेगी. इधर ,अजय रवानी ने जेल जाने से पहले बोकारो से शूटर लेकर आने की जानकारी पुलिस को दी है. बोकारो के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. शूटर की तलाश में बोकारो में छापे मारे गए हैं लेकिन वह पकड़ में नहीं आया है. अजय रानी ने कहा था कि राजेश यादव पर फायरिंग करने के लिए वह बोकारो से शूटरों को लेकर धनबाद आया था और अपने ससुराल में उन्हें पनाह दी थी. उसके बाद राजेश यादव पर फायरिंग हुई. तकदीर अच्छा था कि राजेश यादव को गोली नहीं लगी और वह बच गया. पुलिस को अभी पता चला है कि राजेश यादव से पहले रंगदारी की मांग की गई थी. रंगदारी नहीं देने पर उसे जान मारने की कोशिश की गई. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि अमन सिंह और प्रिंस खान का गैंग धनबाद पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है. देखना होगा कि पुलिस इस चुनौतियों से कैसे निपटती है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद