दुमका(DUMKA): अबुआ आवास योजना वर्तमान राज्य सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट है. पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की सोच को सरजमीं पर उतारने के लिए वर्तमान सीएम चम्पई सोरेन दिन रात मेहनत कर रहे हैं. प्रमंडल स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर लाभुकों के बीच आवास स्वीकृति पत्र वितरित कर रहे हैं. मंगलवार को दुमका में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए. लाभुकों को स्वीकृति पत्र मिलते ही जिले में जगह जगह से लाभुकों के चयन में धांधली की शिकायत डीसी तक पहुचने लगे है.
अबुआ आवास योजना के लाभुकों के चयन में अनियमितता बरती गई
मंगलवार को पुराना दुमका पंचायत से तो बुधवार को सदर प्रखंड के मूडभंगा गांव के ग्रामीण समाहरणालय पहुँच कर डीसी के नाम ज्ञापन सौपा. ग्रामीणों का आरोप है कि अबुआ आवास योजना के लाभुकों के चयन में अनियमितता बरती गई है. आरोप पंचायत सचिव पर लगा है. आरोप है कि पंचायत सचिव बिचौलिया के साथ मिलकर सुखी सम्पन्न लोगों का चयन अबुआ आवास के लिए किया गया. कुछ वैसे भी लोगों को स्वीकृति पत्र दिया गया जिसे पूर्व में पीएम आवास मिल चुका है. जबकि पंचायत के विधवा, दिव्यांग लोगों का चयन नहीं किया गया. ग्रामीणों ने पूरे मामले की जांच करते हुए दोषी के खिलाफ सख्त कार्यवाई की मांग की है.
आवास योजना में धांधली की शिकायत डीसी तक पहुंची
सरकार द्वारा कोई भी योजना जन कल्याण के लिए चलाई जाती है. लेकिन जन कल्याणकारी योजना में बिचौलिया हावी हो जाने के कारण वास्तविक लाभुक योजना का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं. मनरेगा योजना में घोटाला के कारण आईएएस पूजा सिंघल को जेल में समय बिताना पड़ रहा है. वर्तमान सीएम चम्पई सोरेन हर मंच से बिचौलिया पर अंकुश लगाने की बात पर जोर देते नजर आ रहे हैं. अधिकारियों को भी योजना को सरजमीं पर उतारने की नसीहत दे रहे है. इसके बाबजूद दुमका में अबुआ आवास योजना में धांधली की शिकायत डीसी तक पहुचने लगी है. जरूरत है ग्रामीणों की शिकायत पर गंभीरता दिखाते हुए पूरे मामले की जांच करने की. योजना की अभी शुरुवात है. अगर अभी बिचौलिया पर अंकुश लग गया तो जरूरतमंदों तक योजना का लाभ जरूर पहुच जाएगा. वैसे भी वर्तमान राज्य सरकार आगामी चुनाव को लेकर अबुआ आवास योजना को मास्टर स्ट्रोक मान रही है.
रिपोर्ट: पंचम झा