दुमका(DUMKA): बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर दुमका के सीएम कैंप कार्यालय के सामने अखिल हिंद अग्रगामी महिला समिति द्वारा विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें काफी संख्या में महिलाएं भाग ली. महिलाओं द्वारा बिरसा मुंडा के रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया. इस मौके पर बिटिया मांझी ने कहा कि झारखंड की महिलाएं हमेशा शोषण के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाई है.
झारखंड में महिलाओं का योगदान भुलाया नहीं जा सकता
बिरसा भी शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़े थे और उलगुलान किया था. झारखंड हमेशा शोषण के खिलाफ लड़कर अपनी पहचान बनाई और उसमें महिलाओं के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. वर्तमान समय में महिलाओं के ऊपर चौतरफा हमला किया जा रहा है क्योंकि हम महिलाएं अबला बने हुए हैं. हमें साबला बनना होगा तभी हमें न्याय मिलेगा. बिटिया मांझी ने कहा कि सरकार केवल ग्रुप बनाकर महिलाओं को सबला के बदले अगला बना रही है.
महिलाओं को सरकारी नौकरी में 50% आरक्षण मिले
सरकार जानती है कि यदि झारखंडी महिलाएं एक बार जाग जाए तो फिर सत्ता से बेदखल करने में हिचकेगी नहीं. समिति द्वारा सरकार से मांग की गई कि महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार पर प्रभावी रोक लगे और पीड़िता को अविलंब राहत और पुनर्वास की व्यवस्था हो, झारखंडी महिलाओं को सरकारी नौकरी में 50% आरक्षण दें. मिड डे मील में कार्यरत महिलाओं को न्यूनतम मजदूरी के बराबर मानदेय दें और प्रताड़ना बंद करें.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका