धनबाद (DHANBAD) : काफी जद्दोजहद और खींचतान के बाद अंततः मंगलवार को कोलकाता में कोयला कर्मियों के वेतन वृद्धि पर समझौता हो गया. 19% वृद्धि पर सहमति बन गई है. कोलकाता में मंगलवार को जेबीसीसीआई 11 की आठवीं बैठक में न्यूनतम गारंटी बेनिफिट पर निर्णय लिया गया. इसके बाद कोल इंडिया के करीब 2 .65 लाख कर्मचारियों को वेतन वृद्धि का लाभ मिल जाएगा.
28% वृद्धि की थी मांग
पहले यूनियनों की ओर से 28% वृद्धि की मांग की जा रही थी, लेकिन कोल इंडिया मैनेजमेंट 10.5% का ऑफर दिया था. कई बैठकों तक इस पर जिची बनी रही लेकिन अभी हाल ही में हुई एपेक्स सलाहकार समिति की बैठक में समझौते की पृष्ठभूमि तैयार हुई थी और अंततः मंगलवार को समझौता हो गया. जो बातें मंगलवार को तय हुई है, इसकी जानकारी कोयला मंत्रालय को भेज दी जाएगी. डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक इंटरप्राइजेज की गाइड लाइन को लेकर कुछ तकनीकी पेंच है, जिसका अनुमोदन मंत्रालय स्तर से ही होगा. बैठक मंगलवार की सुबह शुरू हुई जो कई ब्रेक के बीच रात तक चली. प्रबंधन 10.5% से बढ़कर 14% मिनिमम गारंटी बेनिफिट का ऑफर दिया. वहीं यूनियन 26 से कम लेने पर राजी नहीं थी. हालांकि यह वेतन वृद्धि 10 वे वेतन समझौते से कम है. दसवें में कर्मियों को 29 फ़ीसदी वेतन वृद्धि मिली थी, हालांकि वेतन समझौता हो जाने के बाद कोल कंपनियों पर 3.5करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. कोयला वेतन समझौता 11 को लेकर अभी आगे भी बैठक चलेगी. अगली बैठकों में भत्ते आदि पर सहमति बनानी होगी. इसके बाद ही वेतन समझौता को अंतिम रूप दिया जा सकता है.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद