रांची(RANCHI): झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन के अंदर जमकर भाजपा विधायकों ने आक्रोश दिखाया. सदन के अंदर और बाहर सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरते हुए दिखे. इस दौरान अनुपूरक बजट पर चर्चा सदन में चल रही थी तभी भाजपा के तीन विधायक भानु प्रताप शाही,बिरंचि नारायण और जेपी पटेल वेल में आकर हंगामा करने लगे. विधानसभा अध्यक्ष कई बार सभी विधायकों को अपने सीट पर जाने को कहा लेकिन विधायक आक्रोशित दिख रहे थे. जिसके बाद तीन विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया गया. इसके बाद भाजपा ने सदन के कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया और सभी राज्यपाल के पास पहुँच गए.प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी समेत सभी विधायक एक सुर में बोल रहे है कि सरकार तानाशाही कर रही है.
इस दौरान राज्यपाल को एक ज्ञापन दिया है और आरोप सरकार पर लगाया है कि सीएम के निर्देश पर विधानसभा अध्यक्ष सदन को चला रहे है,सीधे आरोप विधानसभा अध्यक्ष पर लगाया है. राज्यपाल को ज्ञापन देकर भाजपा ने सरकार पर विधि सम्मत कार्रवाई करने की मांग किया है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस सरकार के इशारे पर सड़क पर अपराधी गोली चला रहे है और सदन में सावल पूछने पर विधायकों को निलंबित कर बाहर का रास्ता दिखने का काम कर रहे है.युवाओं को अब तक छलने का काम इस सरकार ने किया है. राज्य में हर तरफ लूट और हत्या हो रही है. सभी विभागों में भ्रष्टाचार चरम पर है,लेकिन सरकार का ध्यान सिर्फ पैसा कमाने में है.
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि सड़क पर युवा अपनी मांग को लेकर आंदोलन कर रहे है. सरकार से सवाल पूछ रहे है कि उनकी मांग पर सरकार कब विचार करेगी. इस सवाल को सरकार तक विपक्ष के विधायक पहुंचाने का काम कर रहे है. लेकिन सत्ता के नशे चूर सत्ता पक्ष आवाज को दाबने के लिए विधायकों को निलंबित कर रही है. भाजपा इससे डरने वाली नहीं है फिर और आक्रामक तरीके से सरकार से सवाल पूछेंगे. उन्होंने कहा कि सदन में जब जनता के मुद्दे पर सवाल नहीं पूछा जाएगा तो फिर सदन बुलाने का औचित्य क्या है.