दुमका (DUMKA): जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी आज दुमका कोर्ट पहुंचे. जहां उन्हें चुनावी आचार संहिता उल्लंघन के एक मामले में कोर्ट ने साक्ष्य अभाव में उन्हें बरी कर दिया है. कोर्ट से बरी होने के बाद उन्होंने कहा कि, धीरे-धीरे सभी मामलों में बरी हो रहा हूं. यह दर्शाता है कि इरफान अंसारी जनता के लिए लड़ता है और जनता की सेवा करता है. साथ ही उन्होंने अपने विरोधियों से कहा कि मुद्दे की लड़ाई लड़ें, बेवजह मुझे परेशान ना करे. झूठा मुकदमा दर्ज होने पर कोर्ट कचहरी का चक्कर लगाने से समय बर्बाद होता है. अगर यह समय जनता को देते तो जनता को उचित लाभ होता. न्यायालय पर भरोसा है और आज एक मामले में कोर्ट ने बरी कर दिया इसके लिए कोर्ट के प्रति आभार जाता हूं.
जांच हो ताकी दूध का दूध और पानी का पानी हो सके
मीडिया ने जब उनसे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और भाजपा विधायक सीपी सिंह के कथित वीडियो और ऑडियो प्रकरण पर सवाल किया. तो उन्होंने कहा कि दोनों ही मामलों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. नेता के साथ-साथ उस लड़की का भी मोबाइल जप्त कर पूरे मामले की जांच हो ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके. उन्होंने कहा कि जिस तरह सीपी सिंह खुद मीडिया के सामने आकर बयान दे रहे हैं. इससे लगता है कि दाल में कुछ काला है. उन्होंने कहा कि पुलिस के पास पूरा तंत्र है. कोलकाता सीआईडी का कारनामा देख चुके हैं कि कैसे व्हाट्सएप कॉल हो फेसबुक कॉल या नॉर्मल कॉल सभी को सामने लाया जा सकता है. पूरा इतिहास खंगाला जा सकता है.
गलत करने वालों पर होनी चाहिए सजा
उन्होंने कहा कि इस प्रकरण से पॉलिटिकल क्षति नहीं बल्कि झारखंड की क्षति हो रही है. और भी तो नेता है देश में या दूसरे राज्य में. वे लोग वीडियो चैट नहीं करते. उनके पास कोई वीडियो कॉल नहीं आता. झारखंड में ही ऐसा क्यों हो रहा है. झारखंड को यहां के नेता कितना शर्मसार करेंगे. इसलिए इस प्रकरण पर इतना ही कहूंगा कि यह घटना बर्दाश्त से बाहर है, अगर गलत है तो गलत करने वालों को सजा मिलनी चाहिए.
किस मुंह से लड़ेंगे हम चुनाव
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता प्रकरण में 2 महिलाओं के सामने आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बन्ना गुप्ता कांग्रेस पार्टी के मंत्री हैं. वह ऐसा नहीं कर सकते लेकिन अगर महिलाएं सामने आ रही हैं तो संदेह का घेरा बढ़ता जा रहा है. इसलिए पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. यह सिर्फ कांग्रेस की छवि नहीं बल्कि झारखंड की छवि को खराब कर रहा है. कल हम चुनाव में किस मुंह से जाएंगे.
उन्होंने कहा कि जिस तरह बगैर ऑडियो या वीडियो वायरल हुए सीपी सिंह मीडिया के सामने आकर अपनी सफाई दे रहे हैं, उससे दाल में कुछ काला लग रहा है. बन्ना गुप्ता पर नहीं बल्कि सीपी सिंह पर शक है. कम से कम वह अपनी उम्र का तो ख्याल रखते, मैं उनका सम्मान करता हूं. वह खुद मीडिया के सामने क्यों आ गए. अपने आप को बेदाग साबित कर बन्ना गुप्ता को दोषी करार देने पर क्यों तुले हैं. झारखंड शर्मसार हुआ है. सीएम से मांग है इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह ऐसा मामला है कि खुल कर बोल भी नहीं जा सकता. पार्टी की बात है, लेकिन इतना कहूंगा कि यहां कोई दूध का धुला हुआ नहीं है.
रिपोर्ट. पंचम झा
