रांची (RANCHI): चुनाव खत्म होने के बाद अब कांग्रेस पार्टी झारखंड में समीक्षा करने में जुटी है. साथ ही विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. आगामी विधानसभा चुनाव में कैसी रणनीति होगी और लोकसभा चुनाव में हार कैसे हुई इसपर एक कमिटी के गठन किया गया है. कमिटी 15 दिनों में पूरी रिपोर्ट प्रभारी को सौंपेगी.
गुलाम अहमद मीर ने कहा कि चुनाव में देश ने अपना फैसला दिया. इस चुनाव में एक तरफ NDA तो दूसरी ओर इंडिया गठबंधन था. लेकिन NDA में प्रधनमंत्री मोदी एक अलग नारा लेकर चल रहे थे कि 400 सीट लेकर रहेंगे. जबकि कांग्रेस ने कभी चुनाव में सीट कितनी आएगी इसका दावा नहीं किया. यह चुनाव सिर्फ नंबर का नहीं था बल्कि लोगों की दबती आवाज़ को उठाने वाला चुनाव था. चुनाव में कभी भी भाजपा का पेट नहीं भरा है. जब 2 से 303 पर पहुँचने के बाद भी अब 400 का नारा दे रहे थे.
400 के पीछे संविधान खत्म करने की थी मंशा
इस 400 के पीछे संविधान को खत्म करने की मंशा थी. खुद भाजपा के नेता यह खुलेआम कहते दिख रहे थे कि 400 हमें संविधान बदलने के लिए चाहिए. जनता भी भाजपा के मंसूबे को समझ गई जिसका नतीजा है कि 272 पर भी नहीं पहुंच पायी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस भले ही चुनाव में बहुमत नहीं ला सकी लेकिन एक सुकून है कि संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ी. और उन्हें अकेले बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने से रोक दिया.
झारखंड में लोकसभा का परिणाम काफी बेहतर
उन्होंने कहा कि झारखंड में भी अच्छा मुकाबला लड़ा है.जिसका नतीजा है कि सूबे से 5 सीट को जीत सके है.यहां कई तरह से हमें रोकने की कोशिश की गई. एक सिटिंग मुख्यमंत्री को जेल भेज दिया चुनाव के समय एक मंत्री की गिरफ्तारी हो गई. लाख कोशिशों के बावजूद सभी लोगों ने डट कर मैदान में सामना किया.
विधानसभा की तैयारी में जुटी कांग्रेस
आने वाले दिनों में झारखंड में विधानसभा का चुनाव है. ऐसे में अब चुनाव की तैयारी में फिर से लगना है. सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर मैदान में जाना है. लोकसभा चुनाव जहां कमी रही है,उस कमी को पूरी करने के लिए एक कमिटी बनाई गई है. जो जल्द ही लोकसभा में पहुंच कर जमीनी हकीकत को तलाशने की कोशिश करेगी.
रिपोर्ट. समीर हुसैन