रांची (RANCHI): पूर्व मुख्यमंत्री सह झामुमो के पूर्व नेता चंपाई सोरेन बीजेपी में शामिल हो गये हैं. चंपाई सोरेन के साथ उनके पुत्र बाबूलाल सोरेन भी बीजेपी में शामिल हुए. रांची में एक भव्य कार्यक्रम में अपने हजारों समर्थकों के साथ चंपाई सोरेन ने कमल का दामन थाम लिया. इस दौरान मंच से संबोधित करते हुए चंपाई सोरेन ने झामुमो पर जमकर निशाना साधा.
विधानसभा में झामुमो को सिखाएंगे सबक- चंपाई
चंपाई सोरेन ने कहा कि हमने सन्यास लेने का फैसला किया था. लेकिन झारखंड की जनता ने सन्यास लेने से मना कर दिया. उनको संघर्ष में आगे बढ़ने को कहा कि सन्यास नहीं लेना है. उन्होंने कहा कि उनके पास कई रस्ते थे, लेकिन नए साथी के साथ मिलकर राज्य को बढ़ाने का निर्णय किया. इस दौरान जब दिल्ली गया तो जासूसी कराया गया. दो लोगों को जासूसी करने के लिए भेज दिया. इसके बाद से और भी गुस्सा उनके अंदर में है. इसी दौरान निर्णय लिया कि अब जनता के बीच जाकर चुनाव में सबक सिखाएंगे.
गुआ कांड में कांग्रेसियों ने चलाई गोली
झारखण्ड आंदोलन के समय सबसे अधिक किसी ने गोली चलवाई है तो वह कांग्रेस पार्टी ने किये है. कोल्हान में गुआ कांड हुआ तो वह कोई दूसरा नहीं बल्कि कांग्रेस सरकार ने गोली चलवाई थी. सबसे ज्यादा किसी ने आदिवासी पर गोली चलवाने का काम किया है. तो वह कांग्रेस पार्टी है. इसी वजह से भाजपा में जाने का निर्णय लिए है. कुछ समय के लिए कांग्रेस में जाने को सोचा था, लेकिन जब यह बात याद आई तो भाजपा ही विकल्प के रूप में दिखाई दी.
झारखंड को बचाना है तो भाजपा ही विकल्प है
साथ ही उन्होंने कहा कि संथाल परगना और झारखंड को बचाना है तो भाजपा ही विकल्प है. संथाल में कई गांव उजड़ गए खत्म हो गए लेकिन सरकार चुप बैठी है. सिद्धो कान्हो ने कभी गुलामी सहना नहीं सिखाया है. जबकि उन्होंने तीर धनुष से जवाब दिय था. उस संथाल परगना को आज बर्बाद किया जा रहा है. सिद्धो कान्हो के खून का बून्द उनके अंदर है कैसे घुसपैठ रोका जाता है. वह हम झामुमो को सिखाएंगे.
चंपाई ने लगाए जय श्रीराम के नारे
कुछ लोगों ने झारखंड आंदोलन के समय कहा था कि मेरे लाश पर झारखंड बनेगा. लेकिन लड़ कर राज्य को अलग कराया है. अब हक़ और अधिकार लेने का काम करेंगे. भाजपा में आदिवासी बच पायेगा. उन्होंने कह कि जासूसी लगाया गया यह कितना ख़राब है. अब तक क्षेत्रीय दल में थे अब ईश्वर की कृपा से विश्व की सबसे बड़ी पार्टी में शामिल हुए है. यहां सम्मान मिलता है.सभी को एक बराबर देखा जाता है. भाजपा के साथ मिलकर अब झारखंड को संवारने का काम करेंगे. चंपाई सोरेन ने अपने भाषण के अंत में जय झारखंड के साथ जय श्रीराम का नारा बुलंद किय है.
रिपोर्ट. समीर हुसैन