धनबाद(DHANBAD): दिल्ली से कोलकाता तक बन रहे फ्रेट कॉरिडोर के लिए जमीन चाहिए, यह जमीन रेलवे को उपलब्ध कराना है. फिर रेलवे तो जगह के लिए भगवान को भी नोटिस थमा रहा है. धनबाद के हनुमानजी के बाद निरसा के काली माता को भी नोटिस देकर कहा गया है कि जगह खाली कर दे. धनबाद के तो हनुमान जी शक्तिशाली निकले और रेलवे को नोटिस चुपके -चोरी उखाड़ कर ले जाना पड़ा. लेकिन निरसा की काली माता को गुरुवार को ही नोटिस मिला है. अब देखना है कि आगे नोटिस पर काली माता अपनी क्या प्रतिक्रिया देती है.
काली मंदिर पर चिपकाया गया है नोटिस
काली मंदिर पर नोटिस चिपकाया गया है. नोटिस चिपका कर काली माता को जगह खाली कर देने की चेतावनी दी गई है. यह नोटिस आसनसोल रेल मंडल के सीतारामपुर रेलवे के अधिकारी के हस्ताक्षर से जारी किया गया है. दरअसल ग्यारकुंड प्रखंड के मेघा पंचायत और शिवलीबाड़ी पूर्व पंचायत के ग्रामीणों को जगह खाली करने की नोटिस दिया गया है. इसी क्रम में मंदिर को भी नोटिस मिला है. नोटिस लेने वाली काली माता मौजूद नहीं थी तो नोटिस को मंदिर साट दिया गया है. कहा गया है कि 23 मार्च तक जगह खाली कर दें, हालांकि नोटिस देने गुरुवार को गए अधिकारियों के साथ ग्रामीणों की हल्की नोकझोंक भी हुई.
ग्रामीण कर रहे पुनर्वास की मांग
ग्रामीण इस बात पर अड़े रहे कि पहले उनका पुनर्वास किया जाए, कब विस्थापित हो सकते है. दिल्ली से लेकर कोलकाता तक फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण चल रहा है. इस कॉरिडोर पर केवल माल गाड़ियां चलेंगी, इसके पीछे मंशा है कि सामान की ढुलाई में विलंब नहीं हो और माल गाड़ियों के लिए स्पेशल ट्रैक सुनिश्चित किया जाये. इसी क्रम में रेलवे सक्रिय हुआ है. हालांकि धनबाद के भी बेकारबांध स्थित खटीक मोहल्ले के हनुमान जी को भी धनबाद रेल मंडल ने मंदिर खाली कर चले जाने का पूर्व में नोटिस दिया था. यह नोटिस मोहल्ले वालों के साथ मंदिर पर भी चिपका दिया गया था. लेकिन इसका भारी विरोध हुआ. विरोध के बाद नोटिस चिपकाने वाले अधिकारी देर रात को चुपके से आए और मंदिर से नोटिस निकाल कर चलते बने.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह
