रांची(RANCHI): वक्त है दस्तूर है हाथों में भाजपा की भगवा डोर भी है. लेकिन यह डोर यानि भाजपा का पताका पहली बार मधू कोड़ा के गले में देखा गया. वक्त चंपाई सोरेन के स्वागत में भव्य सम्मेलन का था जहां मधू सभी बड़े नेताओं के साथ मंच साझा करते दिखे. इसे देख कर एक कसक हो रही होगी की हम भी तो पूर्व मुख्यमंत्री है क्यों ना हम भी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का टैग अपने गले में लटका ले. इस दिन यह आरजू तो पूरी नहीं हुई लेकिन ठीक दूसरे दिन लोबिन के साथ साथ मधू कोड़ा की आरजू पूरी हो गई. आधिकारिक रूप से प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा की माला गले में डाल ही दिया. भले मधू कोड़ा पिछले दरवाजे से पहले ही भाजपा में शामिल हो गए थे. लेकिन एक दस्तूर बाबूलाल ने निभा कर स्वागत कर ही दिया.
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री मधू कोड़ा पहले से ही भाजपा में शामिल थे.भाजपा में पिछले दवाजे से रहने के बावजूद अब तक किसी मंच और पार्टी दफ्तर में उनकी सक्रियता कम दिखाई देती थी.लेकिन हाल के दिनों में मधू कोड़ा खूब सक्रिय है. अब शनिवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में लोबिन के साथ साथ मधू कोड़ा को भी प्रदेश अध्यक्ष ने मंच से ही भाजपा का पट्टा गले में डाल कर पार्टी में स्वागत कर दिया. अब साफ है कि मधू कोड़ा भी बड़ी तैयारी में है.भाजपा में आधिकारिक रूप से लंबे समय के बाद शामिल हो ही गए.
इस पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने तंज कसा है. झामुमो के प्रवक्ता डॉ तनुज खत्री ने भाजपा पर तंज सकते हुए कहा कि भाजपा के मंच पर कोई खुद भाजपाई नहीं है. हिमंता बिस्वा सरमा कांग्रेस से भाजपा में आए मधू कोड़ा-कांग्रेस,बाबूलाल मरांडी JVM,अमर बाउरी JVM, सीता JMM का दिख रहा था. कोई भी भाजपा का नहीं था,ये लॉग तोड़ जोड़ करने का काम करते है. पूरे भाजपा कमिटी में कोई भी देव तुल्य कार्यकर्ता नहीं दिख रहा था. सभी बाहरी लोग है यानि दूसरे दल के नेता. सभी मिल कर कर हेमंत सोरेन से मुकाबला नहीं कर सकते है. हेमंत के साथ पूरा झारखंड खड़ा है.
भाजपा ने झारखंड को प्रयोगशाला बना दिया है. हर दिन प्रयोग कर किसी ना किसी नेता को आगे करते है. कभी हेमंत सोरेन से मुकाबला के लिए बाबूलाल को भेजा जाता है जब वह हार मान गए तो अब और भी नए नए लोगों को पार्टी में शामिल कर मैदान में उतारने की तैयारी में है. लेकिन भाजपा को याद रखना चाहिए कि 2019 के मुकाबले और भी मजबूती के साथ झारखंड में इंडी गठबंधन सरकार बनाने जा रही है. दूर दूर तक भाजपा दिखाई नहीं देगी.
इस पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि मंच पर कई नेता थे साथ में बाबूलाल मरांडी भी थे. लेकिन आखिर उन्हे दूसरे नेता ही दिखाई दिए है. झामुमो के लोगों के देखने का नजरिया दूसरा है वह अपने हिसाब से देखते है.भाजपा में सभी लोगों का सम्मान है यही वजह है कि सभी झामुमो और कांग्रेस को छोड़ कर कदम आगे बढ़ा रहे है. झामुमो को यह सोचना चाहिए कि आखिर क्यों सभी दिग्गज नेता झारखंड मुक्ति मोर्चा को अलविदा कह रहे है.पहले सीता फिर चंपाई और अब लोबिन भाजपा में क्यों शामिल हुए उनके मान सम्मान में कहा चूक हुई है यह सोचने की जरूरत झामुमो के नताओं को है.
भाजपा में सभी लोगों का सम्मान है.और एक साथ चुनावी मैदान में जाते है. कोई भी खुद अकेला पार्टी में निर्णय नहीं लेता है. अब चुनाव नजदीक है तो साफ हो जाएगा की इंडी गठबंधन कहाँ बिखर जाएगी. सरकार सपने में ही बनेगी. कही भी जमीन पर कुछ झामुमो का बचने वाला नहीं है.