टीएनपी डेस्क (TNP DESK):-झारखंड के 59 उच्च तकनीकी शिक्षण संस्थानों की संबद्धता खतरे में . इसमें 16 इंजीनियरिंग कॉलेज और 43 पॉलिटेक्निक कॉलेज शामिल हैं. इसके पीछे वजह इन इन संस्थानों पर एफीलिएशन समाप्त होने का डर है. अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के मुताबिक 31 जुलाई तक तकनीकी शिक्षण संस्थानों को एफीलिएशन देने का प्रावधान है. ये सभी पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेज झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आते हैं.
कुलपति पद है खाली
अभी इस यूनिवर्सिटी में कुलपति का पद खाली है, जिसके कारण एफीलिएशन प्रस्ताव पर फैसला नहीं लिया जा सका है. हालांकि, यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों को एफीलिएशन देने का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. लेकिन कुलपति की सहमति के बिना एफीलिएशन देना संभव नहीं है. ऐसे हालात में यूनिवर्सिटी अधिकारियों को कुलपति के योगदान देने का इंतजार करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है.
लगातार बढ़ रही समस्याए
राज्यपाल और कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन ने एक महीने पहले झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में कुलपति के पद पर बीआईटी सिंदरी के डायरेक्टर प्रोफेसर धर्मेंद्र कुमार सिंह की नियुक्ति की थी. लेकिन एक माहीने बीत जाने के बाद भी कुलपति के पद पर योगदान नहीं दिया है. इसके चलते समस्याए दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. इसके पीछे वजह बीआईटी सिंदरी के डायरेक्टर को कुलपति के पद पर योगदान देने संबंधित संचिका उच्च शिक्षा विभाग प्रोसेस में है. जब तक इसकी प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती , तब तक नए कुलपति योगदान नहीं दे सकते.