दुमका (DUMKA) : दुमका को झारखंड की उप राजधानी का दर्जा भले ही प्राप्त है, लेकिन यहां सुरक्षा के मध्य नज़र ऐसी कोई खास व्यवस्था उपलब्ध नहीं है. वर्तमान समय की बात करें तो दुमका शहर में लगे तमाम सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं. इस वजह से पुलिस प्रशासन को अपराध पर अंकुश लगाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. शहर में बढ़ते आपराधिक घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से नगर परिषद द्वारा 22 जगहों पर 210 कैमरा लगाए जाने की योजना है. जिसमें नगर परिषद द्वारा 2 करोड़ 24 लाख 90 हजार खर्च किए जाएंगे. सभी सीसीटीवी कैमरा से शहर की निगरानी जिला नियंत्रण कक्ष से रखी जाएंगी.
मिली अनुमती, लगाएं जाएंगे मेगापिक्सल और पीटीजेड सीसीटीवी कैमरा
नगर परिषद अध्यक्ष श्वेता झा ने बताया की 210 सीसीटीवी कैमरा में 170 नॉर्मल कैमरा लगाए जाएंगे. 5 मेगापिक्सल के सीसीटीवी कैमरा लगाने की योजना है, जबकि 40 बड़े पीटीजेड सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा. अच्छे और गुणवत्तापूर्ण कैमरा लगाए जाने से अपराधियों की पहचान करने में काफी आसानी होगी और शहर भी अपराध मुक्त होगा. उन्होंने कहा कि अपराधियों को भी घटना देने से पहले सोचना पड़ेगा. दुमका शहर में सीसीटीवी कैमरा बहुत ही जरूरी है. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था. सरकार से शहर में सीसीटीवी कैमरा लगाने की अनुमति मिल गई है. सीसीटीवी कैमरा लगाने में अब कोई परेशानी नहीं है. उन्होंने कहा कि अपराधियों की गतिविधियों पर अब तीसरी आंखों से निगरानी रखी जाएगी ताकि अपराधियों की पहचान कर उसे सलाखों के पीछे भेजा जा सके.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका