रांची(RANCHI): झारखंड में हाल के दिनों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. लेकिन राजनीतिक तपिश लफफई बढ़ी हुई है. एक ओर केन्द्रीय एजेंसी की दबिश झारखंड में बनी हुई है तो दूसरी ओर विपक्ष सरकार को निशाने पर लेकर कई आरोप लगा रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी से छह समन भेजा गया लेकिन वह हाजिर नहीं हुए,इसके बाद से विपक्ष सरकार पर कार्रवाई की मांग राज्यपाल और गृह मंत्रालय से कर रहा है. इस बीच अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी खूब सुर्खियों में बने हैं. उन्होंने राज्य सरकार पर बड़े संकट की भविषवाणी कर दी है.
दरअसल बाबूलाल शुरू से ही राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाते आ रहे हैं. कभी भ्रष्टाचार तो कभी रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेरते दिख रहे है.एक बड़ा मुद्दा ईडी का भी है जिससे भाजपा खूब भुनाने में लगी है. इसपर सत्ता पक्ष भी बाबूलाल और भाजपा पर सवाल खड़ा कर रही है. सीधे आरोप भाजपा पर लगा रही है की सरकार को अस्थिर करने की कई कोशिश चल रही है. कभी ईडी सीबीआई तो कभी लिफ़ाफ़े का डर दिखाया जाता है. लेकिन यह सरकार झारखंडी की सरकार है. इन सब चीजों से डरने वाले नहीं है.
बाबूलाल मरांडी ने अपने x पर लिखा की “सुना है हेमंत सोरेन जी अनहोनी की आशंका से बेहद डरे,सहमे और परेशान चल रहे हैं. सरकार के पूरे स्पेशल ब्रांच और रांची पुलिस को यह पता लगाने में लगाया है कि भारत सरकार से कौन लोग कब रांची आना जाना कर रहे हैं.खोज इस तरह हो रहा है मानो झारखंड सरकार किसी मोस्ट वांटेड को ढूंढ रही है.ये डर बहुत अच्छा है हेमंत जी कानून का डर सबको होना चाहिए. काश ये डर आपको चार साल पहले हो गया होता तो न इतनी लूटपाट होती और न आपको ये दिन देखने की नौबत आती. पर क्या करिएगा?बहुत देर हो गई विधि विधान को भला कौन टाल सकता है.”
इस बयान पर झामुमो का कहना है कि क्या अनहोनी किसके हाथ होने वाली है इसका परिणाम आने वाले दिनों में दिखेगा.बाबूलाल कुछ ज्यादा उत्तेजित है थोड़ा इंतजार करने की जरूरत है. अगले साल ही चुनाव है जनता सबक सिखाने का काम करेगी. पहले अपनी नाव को बचा ले बाद में दूसरों के बारें में सोचना ठीक रहेगा.