जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : अमुमन यह होता है कि कोई घर से बाइक पर बैठकर घर से निकलता है तो वह अपने सिर पर हेलमेट पहन कर निकलता है. ताकी वह सड़क दुर्घटना होने पर खुद को महफूज कर सके. लेकिन झारखंड के जमशेदपुर से ऐसी खबर सामने आ रही जिसे देख आप यह सोचने को मजबूर हो जाएंगे की क्या यह वहीं जमशेदपुर है जिसे मिनी मुंबई के नाम से जाना जाता है. जहां एक नहीं कई ऐसे अत्याधुनिक शिक्षाण संस्थान है. लेकिन इन सब के बीच एक ऐसा कॉलेज भी है, जहां छात्र हेलमेट पहन कर क्लास करते है और हर पल उनके सिर पर मौत मंडराता है.
कभी भी गिर सकता है क्लास रूम का प्लास्टर
तस्वीर में आप जो नजारा देखने जा रहे है, वह झारखंड के जमशेदपुर क्षेत्र के मानगो स्थित वर्कर्स कॉलेज का है. आप को बता दें कि यह एक सरकारी कॉलेज है. जिसमें हजारों की संख्या में छात्र- छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं. लेकिन असल बात तो यह है कि छात्र-छात्राएं यहां हेलमेट सिर पर पहंन कर क्लास रूम में बैठ रहे है. क्योंकि इन्हें नहीं पता कि क्लास रूम का प्लास्टर कब इनके सिर पर गिर जाए और ये घायल हो जाएं. बता दें कि यह मामला प्रकाश में तब आया जब हफ्ते भर से विद्यार्थियों द्वारा हेलमेट पहन कर क्लास करने की तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली गई. जिसके बाद यह तस्वीर खुब सुर्खियां बटोर रही हैं. बता दें कि साल 1959 में बने इस कॉलेज के 65 साल बीत चुके हैं. देश इन दिनों अमृत काल का रसपान कर रहा है. दूसरी तरफ जर्जर हो चुके वर्कर्स कॉलेज का छत कभी भी गिर सकता है. और छात्र-छात्राओं को घायल कर सकता है.
कॉलेज की स्थिति काभी दयनीय : प्राचार्य
इस मामले में महाविद्धायलय के प्राचार्य का कहना है कि कॉलेज की जो स्थिति है वह चिंता जनक है. साथ ही छात्रों के हेलमेट पहनकर क्लास करने से महाविद्यालय की बदनामी का दन्स झेल रहा है. उन्होंने छात्रों को चेतावनी दिया है, कि यदि हेलमेट पहन कर क्लास करने पहुंचेंगे तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. इतना ही नहीं प्राचार्य महोदय ने वैसे छात्र- छात्राओं को नोटिस जारी करने की बात भी कही है. हालांकि प्राचार्य महोदय ने इस बात को भी स्वीकार किया है कि वाकई कॉलेज की स्थिति बेहद ही दयनीय है. उन्होंने भरोसा दिलाया है कि महाविद्यालय प्रबंधन जल्द ही छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए उच्च प्रबंधन से बात कर वैकल्पिक रास्ता तैयार निकाल लिया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के विधानसभा का हाल बेहाल
आपको बता दें कि झारखंड की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली लौहनगरी जमशेदपुर, जहां एक नहीं दर्जन भर हाईटेक और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस निजी शिक्षण संस्थाओं का भरमार है. यह उस जमशेदपुर की तस्वीर है जहां से दो- दो बार बीजेपी के टिकट पर सांसद विद्युत वरण महतो ने चुनाव में जीत हासिल किया है. उस जमशेदपुर की तस्वीर है जहां से सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. और उन्ही के विधानसभा क्षेत्र का यह हाल है. फिलहाल अब देखना यह है कि अधिकारियों की कुम्बजकर्णी नींद कब खुलती है और इस वर्कर्स कॉलेज के दीवारों और छज्जो की रिपेयरिंग का काम कब तक पूरा होता है, यह आने वाला समय ही बतायेगा.
रिपोर्ट. रंजीत ओझा