हजारीबाग(HAZARIBAGH)- बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी बीएसएफ की स्थापना 1965 में हुई थी. 1 दिसंबर को इसका 59वां स्थापना दिवस हजारीबाग में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. इसके लिए तैयारी लगभग पूरी हो गई है. गुरुवार को बीएसएफ के महानिदेशक यानी डीजी नितीन अग्रवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बीएसएफ के इतिहास पर रोशनी डाली. बीएसएफ के डीजी ने कहा कि उनके संगठन का इतिहास बड़ा गौरवपूर्ण रहा है.सरहद की सुरक्षा से लेकर आम लोगों को मदद पहुंचाने का काम बीएसएफ ने किया है.
देश की सुरक्षा के लिए कुर्बानी दी
सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ ने देश की सीमा की रक्षा के लिए बड़ी कुर्बानी दी है इस संगठन की सेवा के लिए भारत सरकार ही नहीं बल्कि विदेशों से भी सम्मान मिला है. उन्होंने यह भी कहा कि स्थापना से अभी तक बीएसएफ ने 1968 जवान और अफसर की कुर्बानी दी है जो देश के लिए शहीद हुए हैं. सरहद की रक्षा के दौरान उनके कई अफसर और जवान जख्मी भी हुए जिनका इलाज हुआ और कई लोगों को आर्थिक मदद के साथ उन्हें रिहैबिलिटेट किया गया. बीएसएफ के डीजी नितिन अग्रवाल ने हजारीबाग जिले के मेर में स्थित बीएसएफ कैंप में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका संगठन 6387 किलोमीटर लंबी सीमा की रक्षा करता है. बीएसएफ के पूरे देश में 200 बटालियन हैं. बांग्लादेश और पाकिस्तान की सीमा की रक्षा के अलावा बीएसएफ धार्मिक तीर्थ यात्रा में भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा का इंतजाम करता है. बद्रीनाथ की यात्रा में भी बीएसएफ के जवान लगे थे.
और जानिए क्या-क्या किया है बीएसएफ ने
सीमा की रक्षा के अलावा बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी बीएसएफ सीमा पार से तस्करी की गतिविधियों को भी रोकने का काम करता है. सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी के कई खेप को इस संगठन ने पकड़ा है नकली नोट से लेकर सीमा पार से ड्रोन से विदेशी खुफिया के कई मामलों को उजागर किया है.कई ड्रोन को मार गिराया है और सैकड़ों को पकड़ा है. एनडीआरफ की टीम में भी बीएसएफ के सैकड़ो जवान हैं.
और जानिए क्या होने वाला है स्थापना दिवस समारोह में
बीएसएफ की स्थापना दिवस समारोह जो 1 दिसंबर को होने वाला है,उसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हिस्सा लेंगे.इस समारोह में बीएसएफ के कई कार्यक्रम होंगे केंद्रीय गृह मंत्री परेड की सलामी लेंगे. इसके अलावा विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. हजारीबाग के मेरु में 1 दिसंबर को होने वाले इस कार्यक्रम में ऊंट भी हिस्सा लेंगे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा लेने के बाद रांची होते हुए दिल्ली वापस हो जाएंगे. बीएसएफ के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने कहा कि पहले दिल्ली हेड क्वार्टर में ही स्थापना दिवस मनाया जाता था लेकिन पिछले 3 साल से देश के विभिन्न हिस्सों में यह समारोह मनाने का सिलसिला शुरू हुआ है. दिल्ली से बाहर सबसे पहले जैसलमेर में,दूसरा अमृतसर में और तीसरा झारखंड के हजारीबाग में होने जा रहा है.