धनबाद(DHANBAD): साइबर अपराध की जन्मस्थली जामताड़ा को पीछे छोड़कर झारखंड के अन्य जिले आगे -आगे निकल गए है. गिरिडीह तो इसका गढ़ बना हुआ है. वैसे देवघर जिला भी कोई कम नहीं है. गिरिडीह पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. 13 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से 28 मोबाइल फोन, 43 सिम कार्ड, एटीएम कार्ड, नगदी , एक कार और दो बाइक बरामद किये गए है. गिरिडीह के एसपी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह साइबर अपराधी गर्भवती महिलाओं को मातृत्व का लाभ दिलाने, गूगल पर फर्जी कोरियर सर्विस का विज्ञापन बनाकर, वृद्धा पेंशन योजना का लाभ दिलाने का झांसा देकर, फर्जी बैंक ऑफिसर बनकर लोगों को ठगते थे.
अलग अलग थाना क्षेत्र से की गई है गिरफ्तारी
गांडेय और अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर इन्हें पकड़ा गया है. पकड़े गए अपराधियों में कई ऐसे शामिल है, जो लंबे समय से साइबर अपराध के जरिए लोगों को ठगते रहे है. गिरिडीह एसपी का कहना है कि गिरिडीह से साइबर अपराध को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा है कि जो भी अपराधी इसमें शामिल है , या तो साइबर क्राइम करना छोड़ दें या फिर पुलिस कार्रवाई के लिए तैयार रहे. हाल के दिनों में गिरिडीह पुलिस साइबर अपराधियों के खिलाफ लगातार सफलता हासिल कर रही है. ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां हो रही है. पुलिस के डर से अपराधी अपना तौर- तरीका बदल दिए है. जिन साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें जामताड़ा के भी साइबर अपराधी शामिल है. देवघर के भी अपराधी है. इसका मतलब है कि जामताड़ा ,गिरिडीह और देवघर के साइबर अपराधी सांठगांठ कर साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो