देवघर(DEOGHA): देवघर के मधुपुर स्थित अनुराग मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल के मामले को लेकर पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव मृतक निशा के परिजनों से मिलने उनके आवास नया बाजार पहुँचे. निशा के मौत की पूरी जानकारी प्रदीप यादव ने उसके परिजनों से ली. आपबीती सुनकर प्रदीप यादव विचलित हो गये. घटना में दोषी डॉक्टर व प्रबन्धन पर कार्रवाई का भरोषा दिलाते हुए निशा को उचित न्याय का आश्वाशन प्रदीप यादव ने देते हुए कहा कि घटना बेहद दुःखद है. जिस प्रकार से लापरवाही अस्पताल प्रबंधन के द्वारा बरती गई है वह माफी योग्य नहीं है. आगे उन्होंने कहा कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच हो ताकि निशा के परिवार को न्याय मिल सके. इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री,स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यसचिव से मिलकर प्रदीप यादव निशा के परिजनों को हर हाल में न्याय दिलाने के लिए बात करेंगे. इन्होंने कहा कि अगर मामले की लीपापोती की जाएगी तो विधानसभा में मुख्य रूप से मामला को उठायेंगे. ताकि निशा बेटी को न्याय मिल सके.
कौन थी निशा औऱ कैसे हुई इसकी मौत
देवघर के करौं थाना क्षेत्र की रहने वाली निशा मधुपुर स्थित अनुराग मल्टी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में नर्स थी. एक दिन उसके पेट में पीड़ादायक दर्द हुआ. उसी अस्पताल के चिकित्सक को दिखाई. डॉ ने गॉलब्लैडर में खराबी की बात कही. निशा ने अन्य डॉ को भी दिखाई. फिर जहाँ काम करती थी उसी अस्पताल में इलाज शुरू हुआ. निशा का ऑपरेशन तो हुआ लेकिन खून बंद नहीं हो सका. अनुराग अस्पताल के डॉक्टर ने निशा का ऑपरेशन दूसरी ओर से शुरू किया. लेकिन उसकी हालत गंभीर होने लगी. चिकित्सक की सलाह और अस्पताल प्रबंधन ने निशा को बाहर रेफर कर दिया. निशा के परिजन को अस्पताल प्रबंधन ने आर्थिक सहायता करने का आश्वासन भी दिया गया.
कोलकाता के अपोलो अस्पताल में निशा का इलाज शुरू हुआ. इलाज में पैसा लगने की बात अनुराग अस्पताल के प्रबंधन को निशा के परिजन ने कहां और पैसा देने की मांग की. इसपर अनुराग अस्पताल के प्रबंधन पैसा देने से मुकर गया. पैसे के अभाव में ईलाज के क्रम में निशा की मौत हो गयी. निशा के परिजन उसके शव को सड़क पर रखकर आंदोलन शुरू किया. आंदोलन का मुख्य मुद्दा अनुराग अस्पताल के चिकित्सक पर लापरवाही और गलत इलाज करने का आरोप लगाया गया और प्रबंधन की लापरवाही से निशा की मौत होने का आरोप और दोषियों पर कार्यवाई की मांग की गई.
निशा को न्याय दिलाने के लिए प्रदीप यादव ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की
निशा के परिजन ने इसको लेकर मधुपुर थाना में मामला भी दर्ज कराया गया. इस मामले को लेकर कई राजनीतिक दल,स्थानीय नेता और संस्थाओं ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल निशा को न्याय दिलाने की मांग की. मामला को तूल पकड़ता देख सदर अस्पताल के वरीय चिकित्सक के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया. लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं सौपा गया है. परिजन को आशंका है कि जांच रिपोर्ट निजी अनुराग अस्पताल के पक्ष में आकर मामले की लीपापोती की जाएगी. दूसरी ओर प्रदीप यादव ने उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्यवाई की मांग की है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा