रांची(RANCHI): झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा आज सेज ब्लकेशन से प्रकाशित पुस्तक “ई-गवर्नेस एंड सिटिजन एंगेजमेंट न्यू डायरेक्शन इन पब्लिक ऐड्मिनिस्ट्रेशन” पर चर्चा की गई. यह चर्चा ऑनलाइन गूगल मीट के द्वारा किया गया, जिसमें मानविकी और समाजविज्ञान विभाग के डीन डॉ. आलोक कुमार गुप्ता ने इस किताब की लेखिका प्रोफेसर संगीता धल से बातचीत की. प्रोफेसर संगीता दिल्ली विश्वविद्यालय के कालिंदी कॉलेज के राजनीती विज्ञान विभाग में प्रोफेसर हैं. यूजीसी पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप होने के साथ ही प्रोफेसर धल लोक प्रशासन, पब्लिक पॉलिसी और गवर्नेस के क्षेत्र में 18 वर्ष से अधिक का अध्यापन और रिसर्च अनुभव रखती है.
न्यू मीडिया के दौर में ई-गवर्नेंस के महत्व पर हुई चर्चा
बातचीत के दौरान डॉ आलोक गुप्ता ने प्रोफेसर संगीता धल से पुस्तक के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. उन्होंने न्यू मीडिया के दौर में ई-गवर्नेंस के महत्व पर चर्चा करते हुए छात्रों के लिए इस पुस्तक के फायदे पर भी चर्चा की. पुस्तक की उपयोगिता पर बात करते हुए प्रोफेसर धल ने बताया कि यह पहली व्यापक पाठ्यपुस्तक है जो ई-गवर्नेंस की वैचारिक और सैद्धांतिक समझ प्रदान करती है और वह भारत में लोक प्रशासन की विभिन्न उभरती चिंताओं को संबोधित करती है. यह पुस्तक ई-लर्निंग, ई-हेल्थ, भौगोलिक सूचना प्रणाली और साइबर सुरक्षा जैसे उभरते विषयों का एक संक्षिप्त विश्लेषण प्रदान करती है. डॉ आलोक कुमार गुप्ता ने पुस्तक के सकारात्मक और विश्व के संदर्भ में ई-गवर्नेंस में विस्तार से चर्चा की. पुस्तक चर्चा के बाद कार्यक्रम में जुड़े लोगों ने विषय से संबंधित सवाल किया. ऑनलाइन कार्यक्रम में लगभग 130 लोगों ने जुड़कर अपनी सहभागिता दर्ज कराई.
असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुदर्शन यादव ने की कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम के संयोजक जनसंचार विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुदर्शन यादव द्वारा औपचारिक परिचय कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई. उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए पुस्तक के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी. अतिथियों का स्वागत जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी स्कूल के डीन डॉ विमल किशोर द्वारा किया गया. पुस्तक पर अपने विचार रखते हुए डीन ने कहा कि यह एक अच्छी पहल है, जहां छात्रों, शोधार्थियों और शिक्षकों के हितों में पुस्तक और अकादमिक विचारों पर चर्चा की जाती है. उन्होंने कहा कि आज सूचना और संचार प्रौद्योगिकी ने हर क्षेत्र में क्रांति ला दी है और मानव जीवन को आसान, सुलभ और अधिक जानकारीपूर्ण बना दिया है. कार्यक्रम का समापन जनसंचार विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अमृत कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ. इस दौरान जनसंचार विभाग के डॉ राजेश कुमार रामनिवास सुथार और सभी शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक अधिकारी मौजूद थे.