चाईबासा (CHAIBASA) : पश्चिमी सिंहभूम जिला में विकास योजनाओं में एक बार फिर से विकास राशि की लूट की पिरिष्ठभूमि तैयार है,अभियंताओं और पदाधिकारियों के साठ गांठ से राजनीतिक संरक्षण में बड़े पैमाने पर DMFT फंड की लूट कमिशन वसूली कर किया जायेगा. जिला के सभी विभागों के तकनीकी एजेंसी को योजना दे दी गई है. गौरतलब है कि पहले भी जिला प्रशासन और अभियंताओं की मिलीभगत से 15 परसेंट कमिशन वसूली संवेदकों से किए जाने का मामला कई राजनीतिक दलों एवम सामाजिक संगठनों ने राज्यपाल,मुखमंत्री,मुख्य सचिव के पास दर्ज करा चुके हैं.
अमित शाह ने भी दिया था संकेत
हाल के दिनों में केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी चाईबासा कार्यक्रम में अपने संबोधन में DMFT के सम्बंध में कह कर सभी लोग को आश्चर्यचकित कर दिया. शाह ने संकेत दे दिया की DMFT की राशि की लूट को नजर अंदाज नहीं किया जाएगा. विपक्ष के एक कद्दावर नेता के अनुसार DMFT की गाईड लाईन के अनुसार योजना स्वीकृत नहीं किए जाने, DMFT को विधायक निधि की तरह बना दिया जाना, खनन प्रभावित एरिया को प्राथमिकता नहीं देना का मामला दर्ज कराया गया है. निकट भविष्य में केद्रीय एजेंसी के द्वारा जांच निश्चित रूप से होगा. पूर्व में इस सम्बंध में जितनी भी शिकायत दर्ज कराई है,उसकी भी समीक्षा की जाएगी. इधर फिर से एक बार झारखंड भ्रष्ट चार उन्मूलन समिति के द्वारा जिला के ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल चाइबासा और ग्रामीण कार्य प्रमंडल चकरधरपुर प्रमंडल के द्वारा डंके की चोट पर मैनेज टेंडर के नाम,साथ ही ईमानदार डीसी के नाम पर (जिला और सीएस के नाम पर)12 कमिशन वसूली करने की शिकायत राज्यपाल से की है,इसकी कॉपी डीसी को भी दिए हैं. संवेदक खुल कर विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है,संवेदक सूत्रों की माने तो चेक काटने,बिल पास करने से पहले ही कमिशन की मांग कर रहें हैं. अब देखना है की ईमानदार डीसी इस तरह की शिकायत पर किया करतें हैं,और आने वाले समय में केंद्र को किया जवाब देते हैं.
रिपोर्ट : संतोष वर्मा, चाईबासा