हजारीबाग(HAZARIBAG) प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है. लगातर प्रवासी मजदूरों के मौत की खबर आती है. दूसरे देश और प्रदेशों में प्रवासी मजदूर आजीविका के लिए जाते हैं. इसी क्रम में हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ थाना क्षेत्र अंतर्गत नागी के मजदूर की मुम्बई में सोमवार को सड़क दुर्घटना में मुम्बई में मौत हो गयी. मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि बिष्णुगढ थाना क्षेत्र अंतर्गत नागी निवासी निरपत महतो के 20 वर्षीय पुत्र राजेश कुमार की सड़क हादसे में मौत हो गयी. मौत की सूचना मिलते ही परिजन सकते में है तो वहीं गांव वाले भी शोक में हैं. मृतक राजेश कुमार मुम्बई में ड्राइवर के रूप में कार्यरत था.
समाजसेवी सिकन्दर अली क्या कहते हैं
इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली संवेदना प्रकट करते हुए करते हुए कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है. रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गये प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है, हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके से प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश में मौत की खबरें आ रही है. प्रवासी मजदूरों की सबसे ज्यादा तादाद गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिले से रोजी कमाने गये लोगों की है. अपना घर छोड़कर परदेस गये इन मजदूरों की जिंदगी तो कष्ट में बीतती ही है, मौत के बाद भी उनकी रूह को चैन नसीब नहीं होता है. किसी की डेड बॉडी सप्ताह भर बाद आती है, तो किसी को 3 महीने भी लग जाते हैं. ऐसे में सरकार को रोज़गार के ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि मजदूरों का पलायन रोका जा सके.