टीएनपी डेस्क(TNP DESK):किसी भी महिला के जीवन में मां बनना एक अलग ही एहसास होता है. एक महिला तभी संपूर्ण स्त्री बनती है, जब वह एक मां बनती है. किसी भी महिला के लिए मां बनने या फिर इसकी खुशखबरी सुनना जीवन का सबसे बड़ा उपहार होता है. जब भी किसी महिला का पीरियड मिस होते हैं तो वह यूरिन टेस्ट करके किट द्वारा अपनी प्रेगनेंसी का पता लगा लेती है, लेकिन यदि कोई महिला प्रेगनेंसी किट के द्वारा अपने यूरिन टेस्ट को नहीं करा पाती है, तो आज हम आपको शरीर में दिखने वाले कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताएंगे जिससे आप अपनी प्रेगनेंसी कंफर्म कर सकती हैं.
बॉडी इन साइलेंट लक्षणों से आप पता लगा सकते हैं कि आपके लिए खुशखबरी है
वैसे तो जब बी किसी महिला का पीरियड मिस होते है, तो वो प्रेग्नेंसी किट या डॉक्टर के पास जाकर जांच करवाती है, लेकिन कई बार सभी के लिए ये करना मुमकिन नहीं होता है, ऐसी महिलाओं के लिए हम कुछ ऐसे उपाये बतायेंगे, जिससे आप बिन टेस्ट के ही पता लगा सकती है, कि आप मां बननेवाली है.जब कोई भी महिला प्रेग्नेंट होती है, तो शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव देखने को मिलते है, जिसको यदि ध्यान से देखा जाये तो इससे प्रेग्नेंसी का पता लगाया जा सकता है.यदि आप प्रेग्नेंट है और टेस्ट नहीं कर पाएंगे तो बॉडी में कुछ ऐसे साइलेंट लक्षण दिखते हैं, जिससे आप पता लगा सकते हैं कि आपके लिए खुशखबरी है.
महिला के शरीर में प्रोजेस्टॉन नाम का हार्मोन तेजी से बढ़ने लगता है
जब कोई महिला प्रेगनेंट होती है, तो महिला के शरीर में प्रोजेस्टॉन नाम का हार्मोन तेजी से बढ़ने लगता है, जिसकी वजह से सर्विक्स एरिया के ग्लैड ज्यादा तेजी से काम करने लगते हैं,जो वजाइनल डिस्चार्ज के रूप में बाहर आते है.
ब्रेस्ट में भारीपन, सूजन और दर्द भी महसूस होती है
वहीं इस दौरान महिलाओं को ब्रेस्ट में भारीपन, सूजन और दर्द भी महसूस होती है.वहीं गर्भावस्था की शुरुआती दिनों में महिलाओं को बिना काम किये ही ज्यादा थकान होती है. वहीं लो बीपी की वजह से चक्कर की भी समस्याएं देखने को मिलती है, कई महिलाओं को उल्टी की भी समस्याएं होती है.ऐसे में आपको अपनी गाइनेकोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए.
शुरुआती लक्षणों में महिलाओं को बार-बार पिशाब लगती है
वहीं गर्भावस्था शुरुआती लक्षणों में महिलाओं को बार-बार पिशाब लगती है,क्योंकि प्रोजेस्टॉन हार्मोन की वजह से यूरिन नाली के रिलैक्स हो जाती है, जिसकी वजह से ब्लैंडर यूरिन को ज्यादा देर तक रोक नहीं पाती है और महिलाओं को बार बार टॉयलेट जाना पड़ता है.