टीएनपी डेस्क(TNP DESK): 21वीं सदी के इस युग में लोग एडवांस हो गये. लोग सभी कामों को लेकर गैजेट्स पर निर्भर हो गये है.जिसमें सबसे लोकप्रिय मोबाईल फोन है. चाहे वो पढ़ाई हो, नौकरी हो या मनोरंजन हो, सभी चीजों के लिए लोग मोबाईल पर ही निर्भर हो गये है. इसका चलन इतना ज्यादा है, कि लोगों को 24 घंटे इसके इस्तेमाल की गंदी लत लग गई. लोग खाये बिना तो रह सकते है, लेकिन मोबाईल के बिना उनका समय काटना मुश्किल हो जाता है.
ना चाहते हुए भी माता-पिता बच्चों को मोबाईल फोन से दूर नहीं कर पाते हैं
वहीं इस परिवेश में पल रहे बच्चे भी ना चाहते हुए भी मोबाईल की जद में आ रहे है, इसके पीछे कहीं ना कहीं आजकल के व्यस्त लाईफ की भाग-दौड़ से परेशान माता-पिता है, इनके पास समय की कमी होने की वजह से बच्चों को उलझाने और अपने से दूर रखने के लिए मासूमों के हाथों में मोबाईल फोन थमा देते हैं, जिससे धीरे-धीरे बच्चों को भी मोबाईल की गंदी लत लग जाती है, ये लत इतनी बढ़ जाती है कि फिर बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर दुष्प्रभाव डालने लगती है, फिर ना चाहते हुए भी माता-पिता बच्चों को मोबाईल फोन से दूर नहीं कर पाते हैं.
यदि आपके भी बच्चे मोबाईल फोन की गंदी आदत के शिकार है, तो ये आर्टिकल आपके लिए है
यदि आपके भी बच्चे मोबाईल फोन की गंदी आदत के शिकार है, तो ये आर्टिकल आपके लिए है. इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसी अहम बातें बताने जा रहे है, जिसको आप बच्चों के साथ मोबाईल की जगह विकल्प के तौर पर दे सकते है, जिससे बच्चों को मोबाईल की कमी भी नहीं खलेगी,और बच्चें जल्दी इस गंदी आदत को छोड़ देंगे, और आपकी बड़ी समस्या आसानी से सोल्व हो जायेगी.
अपने बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बितायें
इन उपायों में सबसे पहले है कि आप अपने बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बितायें,और उनको फोन देने के बजाय उनकी पसंद और नापसंद को जानन की कोशिश करें,इसके साथ ही अपनी भी पसंद नापंसद अपने बच्चों को बताने की कोशिश करें, ताकि आपके और आपके बच्चों के बीच अच्छा बॉड़ बने, और आगे जाकर आपके और आपके बच्चों के बीच मजबूत संबंध स्थापित हो सके.
बच्चों को बाहर खेलने के लिए करें प्रोत्साहित
आजकल बच्चों को फोन में गेम खेलने की आदत लग गई है, जिसकी वजह से बच्चें खेल के मैदान में जाने की बजाय घर के किसी भी कोने में मोबाईल लेकर पड़े रहते है, लेकिन इससे बच्चों के विकास पर बुरा प्रभाव पड़ता है, बच्चें समाज से कट जाते है, इसलिए माता पिता को अपने बच्चों को मोबाईल की जगह बाहर आउट डोर गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, ताकि बच्चे अपने मोहल्ले में रहनेवाले दुसरे बच्चों से भी दोस्ती कर सके, और बाहरी दुनिया से भी जुड़ सके.
मोहल्ले के दूसरे बच्चों से दोस्ती करने के लिए प्रोत्साहित करें
आजकल लोग अपने बच्चों को बाहर के बच्चों से दोस्ती करने और उनके साथ खेलने देने के बजाय घर में मोबाईल या टीवी देखने के लिए प्रोत्साहित करते हैस लेकिन उनकी ये गलती बच्चों की जिंदगी पर क्या असर पड़ेगा कुछ समय के बाद पता चलता है, जब उनका बच्चा दुनिया और बाहरी दुनिया से दूर होने लगता है, उसे अपने घर के आलावा कोई चीज पसंद नहीं करते है, और चिड़चिड़े हो जाते है, और एक दिन उनका व्यवहार ऐसा हो जाता है, कि वो अपने माता पिता के साथ भी असहज महसूस करने लगते है, इसलिए बच्चों को बाहर के दुसरे बच्चों से दोस्ती करने दें