TNP DESK:आचार्य चाणक्य ने हमेशा लोगों की भलाई के लिए कई नीतियों की रचना की है. उनका मानना है की कोई भी व्यक्ति अगर उनकी नीतियों का पालन करे तो वे कभी भी अपने ज़िंदगी में बर्बाद नहीं होंगे. उन्होंने अपनी नीतियों में एक बात कही है की अगर कोई भी इंसान अपनी कुछ निजी बातों को किसी दूसरे को न बताएं तो वो अपनी ज़िंदगी में कभी भी दुखी नहीं होंगे. कई बार ऐसा होता है कि हम कुछ लोगों को अपना मान कर अपनी सारी बातें बता देते है. ऐसे में बातें सुनने वाले लोग हमारे बारे में नहीं सोचते है, वे पीठ पीछे हमारा मजाक उड़ाते है. तो ऐसे में हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए की किन बातों को दूसरे के साथ शेयर करे और किन बातों को नहीं.
पैसों की कमी
हमें भूल कर भी कभी किसी ओर को नहीं बताना चाहिए की हमारे पास पैसे की कमी है या फिर हमें पैसों की जरूरत है. क्योंकि लोग जब आपकी पैसों की तंगी की बात सुनते है तो, आपको लगता है की वे आपकी मदद करेंगे लेकिन वे ऐसा नहीं करते है. वे आपकी परिस्थिति का मजाक बनाते है. इसलिए आपको भूल कर भी कभी अपनी पैसों की कमी की बात किसी को नहीं बतानी चाहिए.
किसी ने आपको अपमानित किया हो
अगर कभी आपको काम करने वाले जगह पर या फिर किसी घर वाले ने अपमानित किया तो , ये बात आप भूल कर भी किसी को न बताएं क्योंकि अगर आप किसी को अपने आपमान की बात बताएंगे तो वे इस चीज का फायदा आपके बुरे वक़्त में उठायेंगे. इसलिए हमें हमेशा इन बातों का ध्यान रखना चाहिए की हम इन बातों को किसी को न बताएं. ताकि हम अपना मजाक बनने से बच सकें.
क्रोध अधिक आता है
आचार्य चाणक्य के अनुसार हमें कभी भी अपने स्वभाव के बारे में कभी दूसरे को नहीं बताना चाहिए, क्योंकि जब किसी भी व्यक्ति को गुस्सा आता है तो वो लगभग अपना आपा खो देते है. और अगर आप अपने स्वभाव के बारे में किसी व्यक्ति को बता देंगे की आपको गुस्सा आता है तो लोग इस बात का फायदा उठाते है. और फिर इस चीज का आपके जीवन में गलत प्रभाव पड़ता है. इसलिए हमें इन सब बातों को अपने तक ही रखनी चाहिए.
आचार्य चाणक्य की नीतियों को अगर हम अपने जीवन में अपनाए तो हम अपने जीवन में खुश रह सकते है. और इन सभी बातों को हमें ध्यान रखना चाहिए.