टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : हेमंत 2.0 में कांग्रेस के चार विधायकों में से एक ऐसी विधायक भी हैं जो दो बार जीत दर्ज कर हेमंत कैबिनेट में मंत्री बनीं हैं. इतना ही नहीं बहुत कम उम्र में ही झारखंड के इतिहास में मंत्री बनने का नाम भी दर्ज करा चुकी हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं मांडर विधानसभा क्षेत्र से दो बार जीत दर्ज कर चुकी शिल्पी नेहा तिर्की के बारे में. शिल्पी नेहा तिर्की बीजेपी के सन्नी टोप्पो को हरा कर हेमंत कैबिनेट में जगह बनाई हैं.
ऐसे हुई थी राजनीतिक सफर की शुरूआत
शिल्पी नेहा तिर्की के पिता बंधु तिर्की 2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड विकास मोर्चा के टिकट से विधायक बने थे. लेकिन आय से अधिक संपत्ति मामले में उन्हें कोर्ट ने 3 साल की सजा सुनाई और फिर बंधु तिर्की को यह सीट छोड़नी पड़ी. 2022 में इस सीट पर उपचुनाव हुए और शिल्पी नेहा तिर्की कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतीं.
मल्टीनेशनल कंपनी का जॉब छोड़ संभाली पिता की विरासत
शिल्पी नेहा तिर्की बेंगलुरु में एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करती थी, जब मांडर सीट खाली हुई तो वहां उपचुनाव की घोषणा हो गई आनन-फानन में शिल्पी नेहा तिर्की को बेंगलुरु में नौकरी छोड़कर झारखंड आना पड़ा. यहां कांग्रेस ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया और वे जीत भी गईं. जुलाई 2022 में शिल्पी नेहा तिर्की ने झारखंड की सबसे युवा विधायक के तौर पर शपथ ली. अब 2024 में वे फिर से विधायक चुनी गई हैं.
2022 के उपचुनाव में भाजपा को हराया
2022 के उपचुनाव में शिल्पी नेहा तिर्की ने भाजपा की गंगोत्री कुजूर को हराया. शिल्पी को कुल 95,486 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी गंगोत्री कुजूर को सिर्फ 71,776 वोट मिले. इस जीत के साथ शिल्पी पहली बार विधानसभा पहुंचीं.
2024 के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में शिल्पी नेहा तिर्की पर भरोसा जताया और उन्हें चुनाव मैदान में उतारा. शिल्पी भी कांग्रेस की उम्मीदों पर खरी उतरीं और भाजपा के सनी टोप्पो को 22,803 वोटों से हराया. शिल्पी नेहा तिर्की को कुल 1 लाख 35 हजार 936 वोट मिले और भाजपा के सनी टोप्पो को 1 लाख 13 हजार 133 वोट ही मिले.
मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से किया मार्केटिंग कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा
शिल्पी की शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो उन्होंने बेंगलुरु के क्राइस्ट कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन किया है. इसके बाद उन्होंने मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से मार्केटिंग कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा किया. राजनीति में आने से पहले शिल्पी नेहा तिर्की बेंगलुरु में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती थीं. गौरतलब है कि शिल्पी नेहा तिर्की ने पिछले 3 सालों में कम समय में ही अपनी काबिलियत साबित कर दी है. उन्होंने सदन के अंदर और बाहर सरकार का मजबूती से बचाव किया है. विपक्ष के तमाम हमलों और आरोपों का उन्होंने तथ्यों के साथ खंडन किया है.