रांची (RANCHI) : झारखंड विधानसभा का बजट सत्र आज (24 फरवरी) से शुरू होकर 27 मार्च तक चलेगा. छठे बजट सत्र में होंगे कुल 20 कार्य दिवस होंगे. पहले दिन झारखंड विधानसभा में राज्यपाल होगा कैबिनेट के द्वारा तैयार किया गया. यह अभी भाषण राज्य सरकार के रोड मैप को सदन में रखेगा. पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद कतिपय औपचारिकता के बाद सदन की कार्यवाही अगले दिन के लिए स्थगित हो जाएगी. 3 मार्च को वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर अगले वित्तीय वर्ष का बजट पेश करेंगे.
जानिए पूरा बजट सत्र का शेड्यूल
- 24 फरवरी 2025: राज्यपाल का अभिभाषण
- 25 फरवरी 2025: राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के बाद वाद-विवाद.
- 26 फरवरी 2025: महाशिवरात्रि के कारण कार्यवाही स्थगित रहेगी.
- 27 फरवरी 2025: वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर वित्तीय वर्ष 2024-25 का तीसरा अनुपूरक व्यय विवरण सदन में पेश करेंगे.
- 28 फरवरी 2025: तीसरे अनुपूरक अनुदान पर वाद-विवाद और मतदान के बाद विनियोग विधेयक पेश किया जाएगा.
- 1-2 मार्च 2025: शनिवार और रविवार को कार्यवाही स्थगित रहेगी.
- 3 मार्च 2025: वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश करेंगे. इसके बाद बजट अभिभाषण होगा. इसके बाद सदन की कार्यवाही अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दी जाएगी.
- 4-5 मार्च 2025: बजट आय-व्यय पर चर्चा होगी, जिसके बाद सरकार अपना जवाब देगी.
- 6-24 मार्च 2025: वित्तीय वर्ष 2025-26 की अनुदान मांगों पर विस्तार से चर्चा होगी.
- 25-26 मार्च 2025: आवश्यक राजकीय विधेयकों को पेश करने के साथ ही अन्य राजकीय कार्य किए जाएंगे.
- 27 मार्च 2025: गैर सरकारी संकल्पों पर चर्चा होगी. इसके बाद सरकार अपना जवाब देगी.
6 से 24 मार्च के बीच 6 दिन तक सदन की कार्यवाही नहीं चलेगी
बजट सत्र के दौरान 6 मार्च से 24 मार्च 2025 के बीच 6 दिन तक सदन की कार्यवाही नहीं चलेगी. विधानसभा की कार्यवाही 8 मार्च, 9 मार्च, 12 मार्च, 16 मार्च, 22 मार्च और 23 मार्च को स्थगित रहेगी.
विपक्ष का रुख सख्त, सत्र हंगामेदार रहने के आसार
झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में विपक्ष के पास सरकार को घेरने के लिए कई मुद्दे हैं. ताजा मुद्दा मैट्रिक परीक्षा के पेपर लीक का भी है. खराब कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार के मामले और योजनाओं के क्रियान्वयन में ढिलाई जैसे कई मुद्दे विपक्ष के पाले में हैं. झारखंड विधानसभा में अभी विपक्ष का कोई नेता नहीं है, क्योंकि विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने अपना नेता नहीं चुना है.