रांची(RANCHI):मां अपने बच्चों की परवरिश बड़े ही लाड और प्यार से करती है. चाहे गरीब हो या अमीर मां तो मां होती है. मां बेटे का रिश्ता काफी गहरा होता है. लेकिन अगर मां की किसी बात से गुस्सा होकर कुछ बोले और उसके सामने बेटा अपनी जान दे दे तो मां इस सदमे को कैसे बर्दास्त करेगी. ऐसा ही एक मामला रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू हाउसिंग कॉलोनी से सामने आया. यहां मां बेटे के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ. मां ने गुस्से में बोल दिया की जा मर जा तुमसे कोई लेना देना नहीं है. इतना सुनते ही बेटे ने तीसरे तल्ले से कूद कर जान दे दी. इतना देख मां इस सदमे को बर्दास्त नहीं कर सकी. मां ने भी अपनी जान दे दी.
पिता दोनों के शव को देख दहाड़ मार कर रोने लगे
दरअसल अरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू हाउसिंग कॉलोनी में रहने वाले हाई कोर्ट के अधिवक्ता शुभ नारायण दत्त की पत्नी सुधा दत्त और बेटे अरमान दत्त के बीच रविवार देर रात खाना खाने के बाद नोक झोंक हुई. दोनों में विवाद बढ़ता गया और मां ने गुस्से में बेटे को बोल दिया की जाओ जो करना है करो,मर जाओ तुमसे मतलब नहीं है. इतना सुन मां के सामने बेटे ने तीसरे तल्ले से कूद कर जान दे दी. मां यह सब देख बर्दास्त नहीं सकी. वह खुद को दोषी समझने लगी,और खुद भी जान दे दिया.जब अधिवक्ता शुभ नारायण ने यह देखा तो वह दोनों के शव को देख कर दहाड़ मार कर रोने लगे.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मां के मौत से उठेगा पर्दा
मामले की जैसे ही जानकारी आस पास के लोगों को हुई सभी मौके पर पहुंचे तो उनकी आँख यह देख नम हो गई.मृतकों के परिजनों ने बताया कि घटना से उनके ऊपर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है. पूरा परिवार हसी खुशी जीवन जी रहा था.लेकिन आखिर क्या हुआ की दोनों ने जान दे दिया. घटना की जानकारी पुलिस को मिलने के बाद दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सुधा दत्त की मौत का कारण पता चल पाएगा की मां की मौत कैसे हुई है.
दोनों का अंतिम संस्कार के लिए जब शव यात्रा निकली तो पूरा मोहल्ला रो पड़ा.सभी के जबान पर एक ही सवाल था आखिर ऐसा क्या हुआ की दोनों ने अपनी ज़िंदगी को ही खत्म कर दिया.कई लोग फफक कर रो पड़े. एक साथ मां बेटे की अर्थी को कंधा देने वालों की आंखे नम हो गई.