टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : अगर घूमने की बात हो और नेतरहाट (Netarhat) का जिक्र न हो तो यह नाइंसाफी होगी. यकीन मानिए, आप यहां के पहाड़ों की खूबसूरती में खो जाएंगे. तो फिर देर किस बात की, चलिए हम आपको नेतरहाट की वर्चुअल सैर (Virtual Tour) पर ले चलते हैं. नेतरहाट झारखंड की राजधानी रांची से करीब 155 किलोमीटर दूर लातेहार (Latehar) जिले में स्थित है. अपनी खूबसूरत वादियों की वजह से इसे 'छोटानागपुर की रानी' ('Queen of Chotanagpur') का दर्जा भी दिया गया है.
नेतरहाट (Netarhat) को झारखंड का दिल (Heart Of Jharkhand) भी कहा जाता है, जहां हर तरफ अपार सुंदरता है. प्रकृति के बीच आप पक्षियों की चहचहाट भी सुन सकते हैं. यह हिल स्टेशन सूर्योदय (Sunrise) और सूर्यास्त (Sunset) के लिए भी मशहूर है. अगर आप शांति और सुकून चाहते हैं तो नेतरहाट उसके लिए एकदम सही है.
नेतरहाट का इतिहास जानना भी जरूरी
कहा जाता है कि पहले यहां बांस (Bamboo) का एक बहुत बड़ा जंगल था जिसे ‘नेतरहातु’ कहा जाता था. बांस को स्थानीय भाषा में नेतुर कहा जाता है. नेतुर यानी बांस के नाम पर इस जगह का नाम नेतरहाट पड़ा. नेतर का मतलब होता है बांस और हातु का मतलब होता है बाजार. समुद्र तल से 3,622 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस हिल स्टेशन (Hill Station) में झरनों से लेकर कई खूबसूरत झीलें (Beautiful Lakes) हैं जो आपकी यात्रा को यादगार बना देंगी.
नेतरहाट का पहाड़ देवदार (Cedar) के जंगलों से घिरा हुआ है. अगर आप नेतरहाट में प्रकृति की खूबसूरती और रोमांच का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो आपको यहां ट्रैकिंग करनी चाहिए. नेतरहाट ट्रैकिंग के लिए एक अच्छी जगह है. यहां के जंगल आपको बेहद खूबसूरत लगेंगे. वैसे भी प्रकृति की हर चीज खूबसूरत है. जब आप पहाड़ की ऊंचाई से नेतरहाट (Netarhat) की खूबसूरती देखेंगे तो यकीन मानिए आपको झारखंड (Jharkhand) से प्यार हो जाएगा.
नेतरहाट में घूमने के लिए कुछ मशहूर जगहें
मंगोलिया प्वाइंट (Mongolia Point)
सबसे पहले बात करते हैं मंगोलिया प्वाइंट की... जिसकी वजह से नेतरहाट जाना जाता है या यूं कहें कि पूरी कहानी यहीं से शुरू होती है. मंगोलिया प्वाइंट (Mongolia Point) या मैगनोलिया प्वाइंट के नाम से मशहूर यह जगह पहाड़ों को निहारने और डूबते सूरज की खूबसूरती देखने के लिए जानी जाती है. कहा जाता है कि ब्रिटिश शासन (British Rule) के दौरान एक ब्रिटिश लड़की मैगनोलिया यहां आई थी. उसे यहां के एक स्थानीय लड़के से प्यार हो गया लेकिन समाज ने उसके प्यार को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. फिर उसने इस पहाड़ी से कूदकर आत्महत्या (Suicide) कर ली. तब से इस जगह का नाम मैगनोलिया पॉइंट (Mongolia Point) पड़ गया.
घाघरी झरना (Ghaghri Waterfall)
घाघरी झरना दरअसल दो झरने हैं. लोअर घाघरी (Lower Ghaghri) और अपर घाघरी (Upper Ghaghri) झरना. दोनों ही झरने बेहद खूबसूरत हैं. यहां के नज़ारें आपको कहीं खो जाने पर मजबूर कर देंगे. लोअर घाघरी झरना नेतरहाट से 10 किलोमीटर और अपर घाघरी झरना 4 किलोमीटर दूर है. झरने के आसपास इतने घने जंगल हैं कि सूरज की किरणें भी जमीन तक नहीं पहुंच पाती हैं. लोअर घाघरी झरना की तरह अपर घाघरी झरना भी बेहद खूबसूरत है. इसके आसपास कोई घना जंगल नहीं है. पिकनिक के लिए यह जगह एकदम सही है. अगर आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ नेतरहाट आते हैं तो आपको यहां जरूर आना चाहिए. घाघरी झरना देखे बिना नेतरहाट की यात्रा अधूरी रहेगी.
नाशपाती उद्यान (Pear Garden)
नाशपाती उद्यान (Pear Garden) में आपको नेतरहाट की एक अलग ही खूबसूरती देखने को मिलेगी. जिसकी खूबसूरती देखकर आपका मन आनंद से भर जाएगा. यहां से जाने के बाद भी नाशपाती का यह खूबसूरत उद्यान आपके मन में बसा रहेगा. अक्सर लोग नेतरहाट आते हैं लेकिन इस जगह को देखना भूल जाते हैं. अगर आप नेतरहाट आते हैं तो इस जगह को अपनी बकेट लिस्ट में जरूर शामिल करें.
कोयल व्यू प्वाइंट (Koyal View Point)
कोयल व्यू प्वाइंट (Koyal View Point) नेतरहाट बस स्टैंड से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर देवदार के जंगलों के बीच स्थित एक जगह है. यहां पहाड़ों के पीछे से उगते सूरज की किरणें जब कोयल नदी (Koel River) की जलधारा पर पड़ती हैं तो एक खूबसूरत नजारा बनता है. आपको बता दें कि यहां से पांच किलोमीटर की दूरी पर कोयल नदी घाटी से नीचे बहती है.
शैले हाउस (Chalet House)
लाट साहब के बंगले के नाम से मशहूर शैले हाउस (Chalet House) लकड़ी की कला का एक अद्भुत उदाहरण है, शैले का शाब्दिक अर्थ लकड़ी से बनी इमारत है. इसका निर्माण वर्ष 1901 में हुआ था. बाद में जिला प्रशासन द्वारा इसका सौंदर्यीकरण कराया गया. लातेहार के उपायुक्त का कैम्प कार्यालय भी यहीं स्थित है.