रांची(RANCHI): लोकसभा चुनाव निकट हैं ऐसे में सारी राजनीतिक पार्टियां युवाओं को लुभाने कि कोशिश कर रही हैं. 2024 लोकसभा चुनाव में झारखंड के नए वोटर 14 लोकसभा क्षेत्र में अपनी अहम् भूमिका निभा सकते हैं. राज्य मतदान सूची क़े अनुसार 21 लाख 67 हजार 270 युवा मतदाता पहली बार मतदान करेंगे जहाँ इन आंकड़ों के मुताबिक 10 लाख 64 हजार 282 पुरुष हैं. और 11 लाख 02 हजार 903 महिला मतदाता शामिल है, जो पहली बार वोट डालेंगे. वहीं इस चुनाव नये वोटरों का मुद्दा काफी अलग है. तो आईए जानते है, झारखंड में युवाओ का मुद्दा क्या है?
युवाओं का मुद्दा बेरोजगारी
युवा मतदाता मतदान करने की तैयारी में हैं वहीं युवाओं का कहना है कि इस बार बेरोजगारी को ध्यान में रखकर हम युवा वोट डालेंगे और अपना नेता चुनेंगे
नये युवा वोटरों का साफ कहना है कि चुनाव में बड़ी-बड़ी बातें की जाती हैं लेकिन उन वादों पर कोई खड़ा नहीं उतरता हैं. हम यूथ क़े लिए नौकरी एक बहुत बड़ा मुद्दा है उसे भुला दिया जाता है. आज भी केंद्र और राज्य के कई विभागों में लाखों पद खाली हैं. लेकिन हमारे देश में भ्रष्टाचार इस कदर है कि कई विभाग बिना अधिकारी क़े ही चल रहे हैं.और सरकार काम चलाने क़े लिए कॉन्ट्रैक्ट पर अपनी विभागों क़े काम चला रही हैं. वहीं ज़ब हमारी एग्जाम क्वालीफाई करने की उम्र खत्म हों जाती हैं तब तक वो कॉन्ट्रैक्ट भी खत्म हो जाता है. इसलिए अब हम ये सभी मुद्दे को देखते हुए ही अपना वोट देंगे.
परीक्षा में भ्रष्टाचार
केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार दोनों क़े लिए युवाओं में नराज़गी इस कदर है कि वो वोट बहुत सोच समझ कर करेंगे. युवाओं का कहना है कि वहीं जब भी सिविल सर्विस का एग्जाम होता है प्रश्न पत्र ही लीक हो जाता है. एक तो वैकेंसी नहीं निकलती और जो भी वैकेंसी आती है परीक्षा में गड़बड़ ही होता है. और फिर ऊंची पैरवी के आगे हम गरीब विद्यार्थी टिक नहीं पाते हैं एवं इस सभी चीज़ो में हमारी उम्र समाप्त हो जाती है.
युवाओं क़े लिए भ्रष्टाचार भी है बड़ा मुद्दा
युवाओं का कहना हैं कि केंद्र से लेकर राज्य तक भ्रष्टाचार इस कदर फैला हुआ है कि सरकारी विभागों में बिना पैसे के कोई काम नहीं होता है. जिससे हम समान्य परिवार क़े लोग प्रभावित होते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि ज़ब तक हमारे देश और राज्य में प्रशासनिक व्यवस्था को सही नहीं किया जायेगा.तब तक आम नागरिकों के साथ-साथ युवाओं को परेशानी होती रहेगी. उन्होंने कहा कि स्थानीय सांसद भी युवाओं की समस्या का समाधान नहीं करते है. आखिरकार हम अपनी समस्या किसके पास ले कर जाये. साथ ही युवाओं ने नराजगी भी दिखाई और कहा कि बस ये लोगों को वोट मागने ही आता हैं काम करना नहीं.