टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए जरूरी खबर है. अब बिना e-KYC प्रक्रिया पूरी किए किसी भी उपभोक्ता को एलपीजी गैस का नया कनेक्शन नहीं दिया जाएगा. इंडेन सहित सभी पेट्रोलियम कंपनियों ने साफ कर दिया है कि कनेक्शन तभी मिलेगा, जब आधार कार्ड की जानकारी दर्ज कर मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को वेरिफाई किया जाए. जमशेदपुर में इंडेन गैस सेवा के सभी ग्राहकों के लिए e-KYC अनिवार्य कर दी गई है. नए कनेक्शन लेने वालों के साथ ही पुराने उपभोक्ताओं को भी निर्देश दिया गया है कि वे जल्द e-KYC करवा लें. पहली बार इंडेन ने e-KYC प्रक्रिया को अनिवार्य करते हुए इसे लागू किया है. पहले पहचान प्रक्रिया दस्तावेजों के आधार पर होती थी.
कंपनियों का कहना है कि घरेलू एलपीजी कनेक्शन में सुरक्षा बढ़ाने और फर्जी कनेक्शनों पर रोक लगाने के उद्देश्य से e-KYC लागू की गई है. अगर किसी उपभोक्ता ने e-KYC नहीं कराई तो आगे चलकर सिलिंडर रिफिलिंग में परेशानी हो सकती है. कोल्हान क्षेत्र में इंडेन के 7 लाख से ज्यादा उपभोक्ता हैं. कंपनी ने मार्च 2026 तक सभी ग्राहकों से e-KYC पूरी करने की अपील की है.
10% फर्जी कनेक्शन लॉक किए गए
पेट्रोलियम कंपनियों ने फर्जी कनेक्शनों की पहचान कर उन्हें लॉक करना शुरू कर दिया है. अब तक करीब 10% बोगस कनेक्शन बंद किए जा चुके हैं. आगे भी बिना e-KYC वाले कनेक्शनों पर कार्रवाई जारी रहेगी. कंपनियों का कहना है कि इससे उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी. कई बार पाइप खराब होने या गैस लीक होने से दुर्घटनाएं हो जाती हैं. इसी कारण सुरक्षा जांच के साथ e-KYC को भी जरूरी किया गया है. पहले गैस सिलिंडर बुक करवाने के लिए एजेंसी में कॉल करने पर ही काम हो जाता था, लेकिन अब बुकिंग के बाद उपभोक्ता के मोबाइल पर OTP आता है और उसी से बुकिंग की पुष्टि होती है.
सिलिंडर लेने पर आधार व पहचान जरूरी
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने पिछले साल जारी आदेश में कहा था कि जिस व्यक्ति के नाम पर गैस कनेक्शन है, उसे ही एजेंसी पहुंचकर सत्यापन कराना होगा. इसके लिए आधार कार्ड दिखाना जरूरी है. एजेंसियों को e-KYC के लिए मशीन दी गई है, जिसमें उपभोक्ता को अंगूठे का निशान देना होगा.
नए नियम के अनुसार, जो लोग e-KYC नहीं कराएंगे, उन्हें सस्ता सिलिंडर या सब्सिडी नहीं मिलेगी. कुछ कंपनियां ऑनलाइन e-KYC की सुविधा भी दे रही हैं, ताकि लोग घर बैठे प्रक्रिया कर सकें. कोल्हान में कुल 7 लाख से अधिक इंडेन गैस कनेक्शन हैं, जिनमें उज्जवला योजना के लाभार्थी भी शामिल हैं. वितरकों के मुताबिक, अभी तक लगभग 50% उपभोक्ताओं ने e-KYC नहीं कराई है.
