रांची(RANCHI): झारखंड की राजनीति का रंगमंच बहुत ही दिलचस्प होता जा रहा है. एक ओर जहां हेमंत सोरेन और ईडी की आँखमिचौली पिछले कई दिनों से देखने को मिल रही थी वहीं झारखंड स्थापना दिवस के बाद से ये हलचल और भी तेज हो गई है. एक के बाद एक हेमंत सोरेन के आवास पर विधायक दल के नेताओं के साथ बैठक व आगे की रणनीति पर गंभीर चर्चा कहीं ना कहीं ये प्रदर्शित कर रहा कि आने वाले दिनों में झारखंड में कुछ बहुत ही बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. अवैध खनन मामले में आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है. इससे पहले रांची में यूपीए विधायकों की बैठक बुलाई गई थी. सभी विधायकों को रांची में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं.
सड़कों पर उमड़ा है लोगों का हुजूम
सीएम की ईडी एक समक्ष पेशी को लेकर पिछले दिनों हुई खींचतान के बीच हेमंत सोरेन आज 17 नवंबर को ईडी ऑफिस जाएंगें. जिसे लेकर सड़कों पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है. लोग तरह तरह के पारंपरिक वेश भूषा में ढोल नगाड़ों के साथ सीएम के समर्थन में सड़कों पर एकत्र हो रहे हैं. ये सभी झारखंड के विभिन्न इलाकों से पहुंचे लोग हैं . बता दें कि जेएमएम के कार्यकर्ताओं को इस संदर्भ में किसी तरह के प्रदर्शन की मनाही है . लेकिन फिर भी हेमंत सोरेन के लिए लोगों की भीड़ रांची की सड़कों पर देखी जा रही है.
रांची में धारा 144 लागू
इसी बीच रांची में कुछ जगहों पर धारा 144 लगा दी गई है. दंडाधिकारी दीपक कुमार दुबे ने कहा की परिस्थितियों को देखते हुए रांची के कुछ संवेनदशील स्थानों पर धारा 144 लगाई गई है. ये आदेश सुबह 10 बजे से अगले आदेश तक मान्य होगा. साथ ही बताया की प्रशासन की व्यवस्था चाक चौबंद है. किसी भी परिस्थिति से निपटने को क्राउड कंट्रोल मेजर्स के लिए सभी उपायों को अपनाया गया है. जवान माहौल बिगड़ने पर भीड़ को नियंत्रित करने के सभी उपायों से लैस है. शहर के आम जनता को किसी प्रकार की कोई तकलीफ न हो इसके लिए पूर्ण वव्यवस्था है. बता दें धारा 144 हिनू चौक से एयरपोर्ट के होटल ग्रीन एकर्स तक लगाई गई है .
सड़कों पर नहीं है JMM कार्यकर्ता फिर भी जेएमएम का झण्डा थामे निकल रहे हैं लोग
हालांकि कथित रूप से जेएमएम के कार्यकर्ताओं को किसी भी तरह से सड़कों पर उतारने की मनाही है फिर भी कई संगठनों के द्वारा साहियाओं के द्वारा जेएमएम का झण्डा लेकर लोग सुबह से ही सड़कों पर उपस्थित हैं. कई संगठनों के द्वारा धरणा प्रदर्शन का आयोजन किया गया है जिसके लिए गवर्नर हाउस सहित उन सभी स्थानों पर सक्षत्र जवानों की तैनाती की गई है.
चर्चाओं का बाजार गर्म है
अटकलें हैं कि बीते कल हुई विधायक दल की बैठक में संभावित परिस्थियों को देखते हुए सोरेन सरकार व गठबंधन ने सर्वसम्मति से अपना नया सीएम चुन रखा है. अटकलें ये भी हैं कि ये नाम कल्पना सोरेन का हो सकता है या किसी तरह की वैधानिक अड़चन होने पर परिवार की ही सीता सोरेन झारखंड की मुख्यमंत्री पद का अगला चेहरा हो सकती है. बता दें चर्चाओं के अनुसार इस दोनों नामों पर कल की बैठक में सर्व सहमति बन चुकी है.
सीएम ने की प्रेस वार्ता राज्यपाल को जमकर कोसा इस कारवाई को पुनः राजनीति से प्रेरित बताया
ईडी ऑफिस जाने से पहले सीएम ने प्रेस के साथ वार्ता की. अपने प्रेस वार्ता में सीएम चुनाव आयोग और केंद्र सरकार सहित राज्यपाल पर बरसते हुए पुनः राज्यपाल द्वारा मन्तव्य की जिक्र कर आरोप लगाया की ये मेरे अधिकारों का हनन है. राज्यपाल राजनीति से प्रेरित होकर मेरे साथ ये सब कर रहे. विपक्ष ईडी को हथियार बना कर सरकार गिरना चाहती है. 1000 करोड़ घोटाले की बात सरासर गलत है. सत्ता पक्ष के सभी नेताओं पर ईडी की छापेमारी से यही साबित होता है की केंद्र सरकार झारखंड को अस्थिर करना चाहती है. हमने राज्य बनाया है और हम ही राज्य को चलाएंगे . इन सबके बीच विपक्ष के राजनीतिक लाभ के लिए राज्यपाल ऐसा व्यवहार कर रहे हैं. मैं चुनाव आयोग से अपील करता हूं कि लोकतंत्र का सम्मान किया जाए. देश का लोकतंत्र अपनी गरिमा न खोए आज मैं ईडी ऑफिस जा रहा हूं. आज मैं इस बात का जवाब निश्चित रूप से माँगूँगा की मुझपर कार्रवाई की वजह क्या है .
सीएम ने की प्रेस वार्ता बोले ईडी ऑफिस से पूछूंगा मुझपर कार्रवाई की वजह
प्रेस से बात करते हुए सीएम ने पुन: राज्यपाल को कोसा. चुनाव आयोग द्वारा दिए मन्तव्य को लेकर सोरेन ने कहा की मन्तव्य को सार्वजनिक नहीं कर रहे और राज्यपाल सेकेंड ओपिनियन की बात कर रहे ऐसे कैसे चलेगा. 1000 करोड़ के घोटाले की बात बिल्कुल झूठ है. दिल्ली की सरकार झारखंड की सरकार को गिराना चाह रही है. और यही एक वजह है जिसके कारण एक के बाद एक छापेमारीहो रही है. मैं स्वयं ईडी ऑफिस जाकर पूछूंगा कि हमपर कार्रवाई की आखिर वजह क्या है. हमने राज्य के हित में काम किया राज्य की सेवा की है.
1000 करोड़ का घोटाला गिट्टी बालू से संभव ही नहीं है
सीएम ने प्रेसवार्ता में कहा कि 1000 करोड़ का घोटाला बालू गिट्टी से संभव ही नहीं है . यदि ऐसा है तो बालू गिट्टी का कंट्रोल केंद्र सरकार अपने अधिकार में ले लें और कोयला राज्य सरकार के अधिकार में दे दें .
ईडी के पास है 200 से अधिक सवालों की सूची
प्राप्त जानकारी के अनुसार ईडी के अधिकारियों ने खनिज घोटाले से संबंधित 200 से अधिक सवालों की सूची बना रखी है. हेमंत सोरेन इन सवालों का किस प्रकार सामना करेंगे ये तो समय बताएगा परंतु झारखंड की सियासी सरगर्मी अपने प्रचंड रूप धारण करती जा रही.