रांची(RANCHI): झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है. सत्र के तीसरे दिन आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने झारखंड आंदोलनकारी मामले पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सभी आंदोलनकारी को स्वतंत्रता सेनानी का सम्मान मिलना चाहिए. जिस राज्य ने सौ वर्ष से अधिक संघर्ष किया है. उन्होंने कहा कि इस सवाल पर सरकार की ओर से जवाब नहीं दिया गया है.
आंदोलनकारियों ने जल-जंगल-जमीन के लिए दिया बलिदान
उन्होंने कहा कि 4000 या 5000 रुपये के लिए किसी ने संघर्ष नहीं किया था. यहां के जल जंगल जमीन के लिए जिन्होंने संघर्ष किया इनकी आज राज्य में पूछ नहीं होती है. कोई एक अधिकारी दूसरा जिला जाता है तो उसके लिए सर्किट हाउस खोला जाएगा, लेकिन जिन्होंने संघर्ष किया आज उन्हें सम्मान नहीं दिया जाता है. उन्होंने कहा कि जिन्होंने राज्य में बलिदान दिया जल जंगल जमीन को बचाने के लिए लड़ाई लड़ा है, आज वह किसी एक अधिकारी से नहीं मिल सकता है. किसी भी सरकारी कार्यक्रम में भी उन्हें नहीं पूछा जाता.
JMM मुद्दों पर करती है राजनीति : सुदेश
सुदेश महतो ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार सिर्फ यहां मुद्दों को उलझना जानती है. कभी भी उन्होंने किसी मुद्दे को खत्म करने का प्रयास नहीं किया. झमुमो को छात्र के भविष्य से कोई लेना देना नहीं है, पार्टी सिर्फ छात्रों के भविष्य पर राजनीति करती है.
रिपोर्ट : समीर हुसैन, रांची