धनबाद(DHANBAD): झारखंड में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू है, तो मंत्रिमंडल को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है. हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में पुराने चेहरे ही रहेंगे या बदले जाएंगे ,इसको लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म है. समझा जा रहा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा कोटे के सभी मंत्री रिपीट किए जा सकते हैं. 12 वे मंत्री के रूप में बैजनाथ राम को जगह मिल सकती है. अगर ऐसा हुआ तो दस सालो का रिकॉर्ड टूटेगा.
मंत्री पद के साथ-साथ कांग्रेस विधायक दल का नेता भी बन सकते हैं बन्ना गुप्ता
वहीं, कांग्रेस कोटे के मंत्रियों को लेकर कई तरह की बातें कहीं जा रही है. झारखंड के कांग्रेस प्रभारी ने संकेत दिए हैं कि रोटेशन होना चाहिए. मतलब, हो सकता है कि कांग्रेस कोटे के मंत्री बदले जाएं. कांग्रेस के लिए विधायक दल के नेता का चयन भी कठिन दौर से गुजर रहा है. पहले समझा जा रहा था कि डॉक्टर रामेश्वर उरांव को कांग्रेस विधायक दल का नेता बना दिया जाएगा. लेकिन अब उसमें पेंच फसता दिख रहा है. बन्ना गुप्ता का नाम आगे हो गया है. पहले तो यह चर्चा थी कि बन्ना गुप्ता के मंत्री पद पर भी खतरा है. लेकिन अब उन्हें मंत्री पद के साथ-साथ कांग्रेस विधायक दल का नेता बनने का भी रास्ता साफ होता दिख रहा है. हालांकि निर्णय में अब बहुत वक्त नहीं है. कुछ घंटे का समय बचा है.
कृषि मंत्री बादल पत्र लेख पर बना हुआ है खतरा
आज रविवार को या कल सुबह तक कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनकर उसकी सूचना झारखंड विधानसभा को दी जानी है. बन्ना गुप्ता का नाम रेस में आगे होने से कई समीकरण बदल सकते हैं. कृषि मंत्री बादल पत्र लेख पर तो खतरा बना हुआ ही है. लेकिन अब ऐसा लगता है कि डॉ रामेश्वर उरांव पर भी मंत्री पद का खतरा हो सकता है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के मंत्रियों में बदलाव की संभावना कम दिख रही
आलमगीर आलम की जगह पर तो डॉक्टर इरफान अंसारी को जाना लगभग तय माना जा रहा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के मंत्रियों में बदलाव की संभावना कम दिख रही है. वैसे झारखंड कांग्रेस प्रभारी का कहना है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में गठबंधन विधायक दल की बैठक में मंत्रियों के नाम तय किए जाएंगे. वैसे, चंपई सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से कहा गया था कि कोई बदलाव नहीं किए जाएंगे. लेकिन दो नए मंत्री बनाए गए. ऐसे में कांग्रेस कोई बदलाव नहीं कर सकी थी. मुख्यमंत्री बदले गए हैं. उनका फॉर्मेट क्या होगा, यह बैठक में देखना होगा.
वैसे मंत्री पद का रोटेशन होना चाहिए. झारखंड में विधानसभा चुनाव है .प्रभारी का कहना है कि हमें देखना है कि किस विभाग की अगर कोई योजना चल रही है और संबंधित मंत्री के बदले जाने से उस पर कोई प्रभाव तो नहीं पड़ेगा. जो भी हो लेकिन इतना तो तय माना जा रहा है कि कांग्रेस कोटे के मंत्रियों में बदलाव हो सकता है.
इधर झारखंड में विधानसभा चुनाव की सर गर्मी भी बढ़ने लगी है. भारत निर्वाचन आयोग की टीम 10 जुलाई को रांची पहुंचेगी. वैसे चर्चा यह भी है कि 2014 और 2019 का क्रम 2024 में टूट सकता है. 2014 और 2019 में पांच चरणों में विधानसभा चुनाव कराए गए थे. इस बार कम चरण में ही चुनाव हो सकते हैं.
इधर, टेंडर कमिशन के आरोप में जेल में बंद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम विधानसभा के विशेष सत्र में भाग ले सकेंगे या नहीं, इस पर सोमवार को फैसला होगा. विधानसभा सत्र में भाग लेने को लेकर शनिवार को अनुमति याचिका दाखिल की गई है. इस पर सोमवार को सुनवाई होगी. विशेष सत्र 8 जुलाई को होनी है. इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बहुमत साबित करेंगे.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो