रांची(RANCHI): झारखंड में विधानसभा चुनाव खत्म हो गया. रिजल्ट सभी के सामने है. कांग्रेस-झामुमो-राजद को 56 सीट मिली है. लेकिन इसमें देखें तो कांग्रेस इस चुनाव में घाटे में है. 2019 के चुनाव के बाद कांग्रेस के 18 विधायक थे. जबकि 2024 के चुनाव में कांग्रेस 16 सीट ही ही जीत सकी है. लेकिन कांग्रेस के नेता 16 का ही पहाड़ा रट कर बयान दे रहे है. कांग्रेस का मानना है कि 16 विधायक थे और फिर 16 जीत गए. अगर देखें तो 2019 में जरूर 16 थे लेकिन बाद में JVM से कांग्रेस में शामिल होने के बाद इनकी संख्या 18 हो गई थी.
दरअसल झारखंड में पिछले विधानसभा चुनाव में झारखंड विकास मोर्चा प्रजातान्त्रिक ने भी चुनाव लड़ा था. चुनाव में तीन सीट पर जीत मिली. बाबूलाल मरांडी, प्रदीप यादव और बंधु तिर्की JVMसे चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे. लेकिन बाद में बाबूलाल मरांडी ने अपनी पार्टी का विलय भाजपा में कर दिया. जिसके बाद प्रदीप यादव और बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हो गए. इससे कांग्रेस के पास 18 विधायक की संख्या हो गई. हालांकि बाद में बंधू तिर्की की सदस्यता मनी लाउंड्रींग के मामले में जेल होने के बाद खत्म कर दी गई.
सीट खाली होने के बाद उपचुनाव में वापस से कांग्रेस के टिकट पर बंधु तिर्की की बेटी शिल्पी नेहा तिर्की चुनाव लड़ी. इस चुनाव में उनकी जीत हुई. फिर संख्या 18 पर ही पहुंच गई. लेकिन इस बीच रामगढ़ विधायक ममता देवी को एक मामले में कोर्ट से सजा सुनाया गया. जिससे संख्या बल फिर घटा और 17 पर पहुंच गया. लेकिन अब 2024 के चुनाव में कांग्रेस के लिए मंथन की जरूरत है. आखिर चूक कहां रह गई की पिछले चुनाव से खराब प्रदर्शन हुआ है.