टीएनपी डेस्क: हिन्दू धर्म में व्रत-त्योहार की बड़ी मान्यता है. ये व्रत-त्योहार की परंपरा वर्षों से चली आ रही है. ऐसे में कल 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि भी शुरू हो गई है. इस दौरान माता दुर्गा के 9 रूपों की विशेष पूजा की जाएगी. कई लोग माता दुर्गा की पूजा-अर्चना करने के साथ साथ पूरे 9 दिन का उपवास भी रखेंगे. व्रत उपवास का सनातन धर्म में काफी महत्व है. कहा जाता है कि व्रत रखने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं. शरीर के साथ साथ आत्मा की शुद्धि हो जाती है और मन शांत रहता है. साथ ही शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. वहीं, अब इस बात को विज्ञान भी मानने लगा है.
व्रत करने से शरीर होता है डिटॉक्स
आज के समय में कई लोग हफ्ते में एक दिन व्रत आध्यात्म के लिए करते हैं तो कई लोग अपना वजन कम करने के लिए करते हैं. लेकिन नवरात्र के समय में 9 दिनों का उपवास किया जाता है. ऐसे में सवाल उठता है की पूरे 9 दिन व्रत करने से शरीर पर क्या असर पड़ता है. कई लोगों को लगता है कि पूरे 9 दिनों के लिए व्रत करने से शरीर कमजोर हो जाता है और वजन भी कम हो जाता है. वहीं, कुछ लोग इसे अच्छा मानते हैं. लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जिनका मानना है की व्रत रखने से शरीर डिटॉक्स हो जाता है. साथ ही शरीर में कई फायदे भी होते हैं.
व्रत करने के फायदे
- व्रत के दौरान हम न के बराबर अन्न ग्रहण करते हैं. ऐसे में हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है, जिस से हमारी बॉडी को सफाई करने का समय मिल जाता है और सारे विषैले पदार्थों शरीर से बाहर निकल जाते हैं.
- उपवास करने से न सिर्फ शरीर का स्वास्थ्य बल्कि हमारा मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा होता है.
- व्रत करने से स्ट्रेस और तनाव जैसी प्रॉब्लम्स से लड़ने में मदद मिलती है. साथ ही अच्छी नींद आती है जिससे हम तनाव से भी दूर रहते हैं और मेंटली रिलैक्स भी हो जाते हैं.
- जब हम व्रत या उपवास करते हैं तो हमारे शरीर में फैट बर्निंग प्रोसेस तेज हो जाती है और वजन कम करने में मदद मिलती है.
- उपवास करने से शरीर में बीमारियों से लड़ने के लिए नई रोग प्रतिरोधक कोशिकाएं बनती हैं. जिससे इम्यूनिटी बढ़ती है.
- व्रत रखने से पाचन क्रिया भी बेहतर होती है.