टीएनपी डेस्क(TNP DESK): मां के दूध को किसी भी शिशु के लिए अमृत समान माना जाता है. इसका कोई भी दूसरा विकल्प आज तक मेडिकल नहीं बना पाया है. इसलिए डॉक्टर हमेशा शिशु को मां का दूध पिलाने की सलाह देते हैं. लेकिन आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि अब मां का दूध भी बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं रहा. गर्भवती महिलाओं के दूध में कीटनाशक पाये जाने का खुलासा हुआ है.
महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क में कीटनाशक पाया गया है
शाकाहारी और मांसाहारी भोजन करने वाले महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क में कीटनाशक पाया गया है. मांसाहारी भोजन का सेवन करने वाली महिलाओं की तुलना में शाकाहारी भोजन का सेवन करने वाली महिलाओं के दूध में कम कीटनाशक पाए गए हैं. लेकिन शाकाहारी महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क में ज्यादा किटनाशक पाया गया है.
फसलों में पेस्टिसाइड और केमिकल्स डाले जाते है
दूध में कीटनाशक पाए जाने के पीछे खाने की चीजों की खेती के दौरान कीटनाशक चीजों का ज्यादा इस्तेमाल बताया गया है. आजकल फसलों की ज्यादा पैदावर के लिए फसलों में तरह-तरह के पेस्टिसाइड और केमिकल्स डाले जाते है. जिसकी वजह से शाकाहारी भोजन करने वाली मां के दूध में कीटनाशक पाये जा रहे है.जो मां के दूध पीने पर शिशु के शरीर में चले जाते है.शाकाहारी महिलाओं से तीन गुना अधिक कीटनाशक मांसाहारी महिलाओं में पाये गये है. क्योंकि आजकल जानवरों को भी तरह-तरह के इंजेक्शन लगाए जाते हैं.
सब्जी और फल को खाने से पहले अच्छे से पानी से धोना चाहिए
जन्म के कुछ महिनों तक भले शिशु अनाज या किसी अन्य कोई चीज नहीं काता है लेकिन मां के दूध से कीटनाशक उसके शरीर में जा रहा है. वहीं डॉक्टरों की माने तो ये एक गंबीर मामला है. इससे बचने के लिए सावधानी से काम लेना चाहिए. सब्जी और फल को बनाने खाने से पहले अच्छे से पानी से धो लेना चाहिए. क्योंकि अब ऑर्गेनिक फार्मिंग नहीं बल्कि पेस्टिसाइड के इस्तेमाल से फसल उगाये जा रहे है.