टीएनपी डेस्क : बारिश का मौसम राहत देने के साथ साथ बीमारियों को न्यौता भी देता है. बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को होता है. क्योंकि, बारिश के पानी में खेलना बच्चों का मनपसंद काम होता है. बारिश में भिंगने से बच्चों में सर्दी जुकाम होने का खतरा ज्यादा होता है. ऐसे में बच्चों को बार बार सर्दी जुकाम की दवाइयां देना उनके लिए सही नहीं. दवाइयों की जगह आप देसी नुस्खा भी अपना सकते हैं. दवाइयों से ज्यादा असरदार ये देसी नुस्खे बच्चों से लेकर बड़े बुड्ढों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. इसे आपके घर के किचन में उपलब्ध समानों से आसानी से बना सकते हैं. आज हम आपको दादी नानी के कुछ ऐसे नुस्खे बताएंगें जो आपके बच्चों को सर्दी जुकाम से राहत देने के साथ साथ उनके सेहत के लिए भी काफी असरदार साबित होगा.
शहद और अदरक का नुस्खा
सर्दी जुकाम होने पर बच्चे खांसी, गले के दर्द व खराश और सीने में जलन की समस्या से परेशान रहते हैं. ऐसे में दादी नानी का रामबाण नुस्खा अदरक और शहद को आप अपना सकते हैं. रात में सोने से पहले बच्चों को एक छोटे चमच्च से अदरक के रस के साथ थोड़ा सा शहद मिलाकर देने से बच्चों को गले के दर्द व सुखी खांसी से राहत मिलेगी. एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर अदरक और शहद बैक्टीरियल इंफेक्शन को रोकने में मदद करते हैं.
काढ़ा
दादी नानी के नुस्खे के पिटारे में काढ़े को भी सर्दी जुकाम के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. पुराने समय से ही दादी नानी इस नुस्खे का इस्तेमाल करती आ रही हैं. इस काढ़े को बनाने के लिए अदरक, लौंग, काली मिर्च, नमक, तुलसी को एक साथ उबाल कर आप बच्चों को दे सकते हैं. इसमें आप चाहे तो स्वाद के लिए नींबू का रस भी डाल सकते हैं. औषधीय गुणों से भरपूर इन सभी चीजों में एंटी-बैक्टीरियल व एंटी फंगल गुण होते हैं, जो सर्दी खांसी को ठीक करने के साथ साथ इम्यूनिटी को भी बढ़ाते हैं.
नमक व गुनगुने पानी से गरारा
जुकाम में गले का दर्द बढ़ जाता है. ऐसे में इस दर्द से राहत के लिए बच्चों को नमक और गुनगुने पानी का गरारा करवा सकते हैं.
भाप लेना
सर्दी के कारण नाक बंद हो जाती है और सांस लेने में तकलीफ होने लगती है. ऐसे में बंद नायक को खोलने के लिए भाप लेना भी अच्छा माना जाता है. गर्म पानी में कपूर या तुलसी, लौंग, काली मिर्च को एक साथ पोटली बनाकर डाल सकते हैं. भाप बंद नाक को खोलने के साथ साथ सर्दी जुकाम में भी जल्द राहत देता है. 5 से 10 मिनट तक भाप लेना सही होता है उससे ज्यादा देर तक न लें.