टीएनपी डेस्क(TNP DESK):हमारे शरीर में अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया पाए जाते हैं जहां एक तरफ अच्छे बैक्टीरिया हमारे शरीर और पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होते हैं तो वहीं बुरे बैक्टीरिया हमारे शरीर पर हावी होते ही हमारा शरीर बीमार होने लगता है, वहीं इसके लिए सप्लीमेंट लेते हैं, लेकिन यह आगे चलकर हमारे शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाता है तो चलिए हम जानते हैं प्रोबायोटिक होता क्या है, और कैसे काम करता है.
प्रोबायोटिक पेट के हेल्थ के लिए सही माना जाता है
आपको हम बता दें कि प्रोबायोटिक हमारे शरीर में पाया जानेवाला जीवित बैक्टीरिया है, जो हमारे शरीर के लिए अच्छे होते हैं.वही आपको बता दें कि विशेष कर पाचन तंत्र के लिए प्रोबायोटिक जरुरी होता है. हमारे शरीर में अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया पाए जाते हैं प्रोबायोटिक को अक्सर अच्छा या सहायक बैक्टीरिया कहा जाता है, जो आपके पेट के हेल्थ के लिए सही माना जाता है, जब भी लोगों के शरीर में प्रोबायोटिक की कमी होती है, तो पाचन संबंधी समस्या लोगों को होने लगती है, जिससे निपटने के लिए लोग सप्लीमेंट लेते हैं, लेकिन यह आगे जाकर हमारे शरीर को काफी बीमार करता है.
ये फल प्रोबायोटिक का सबसे अच्छा विकल्प है
ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे फल का नाम बतायेंगे, जो प्रोबायोटिक का सबसे अच्छा विकल्प है, तो आगे इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि वह फल क्या है और किस-किस तरीके से हमारे शरीर में किस तरीके से फायदा पहुंचाता है.एंटीबायोटिक लेने के बाद हमारे शरीर में अच्छे बैक्टीरिया की कमी हो जाती है, तो प्रोबायोटिक उसकी कमी को पूरा करता है.वहीं हमारे शरीर में गत हेल्थ को नियत्रंण भी करता है.जिससे बुरे बैक्टीरिया आपके शरीर पर हावी नहीं होते है.वहीं एक वैज्ञानिक ने बताया कि प्रोबायोटिक के लिए से सेव एक अच्छा विकल्प हो सकता है, सेब में 100 मिलियन रोगाणुओं की प्रोबायोटिक शक्ति मौजूद होती है, वहीं यह यह सप्लीमेंट के मुकाबले काफी सस्ता भी होता है.
सेव से पाचन के साथ ब्लड शुगर रहेगा कंट्रोल
आपको बताये कि सेव में पॉलीफेनोल्स की अच्छी मात्रा मौजूद होती है, जो शरीर में मौजूद रोगाणुओं पर प्रीबायोटिक प्रभाव डालते है. वहीं यह हमारे किडनी के लिए अच्छा होता है.वहीं आपको बता दें कि जो लोग आईबीएस के मरीज है, उन्हे सेब खाने से बतना चाहिए.वही आपको बताएं कि सेव कार्बोहाइड्रेट और पानी का अच्छा स्त्रोत माना जाता है,जो वजह कंट्रोल करने में मदद करता है.वहीं इससे ब्लड शुगर भी नियत्रंण में रहता है